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India Daily

दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित, 5 फरवरी को सभी 70 सीटों पर होगा मतदान

दिल्ली में चुनावी बिगुल बज चुका है. चुनाव आयोग की ओर से चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने तारीख की घोषणा कर दी है. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि देश की राष्ट्रीय राजधानी में 5 फरवरी को मतदान होंगे. उन्होंने दिल्ली वालों को दिल्ली से वोट करने की अपील की है.

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Edited By: Shanu Sharma
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Courtesy: Social Media

Delhi Election Date: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारी पूरी हो गई है. चुनाव आयोग की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दिल्ली चुनाव की तारीख की घोषणा की गई. उन्होंने बताया कि दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों के लिए 5 फरवरी को मतदान होंगे. जिसके नतीजे 8 फरवरी को जारी किया जाएगा.

चुनाव आयुक्त ने बताया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ-साथ 5 फरवरी को यूपी के मिल्कीपुर सीट, तमिलनाडु की इरोड सीट पर उपचुनाव होगा. जिसके नतीजे भी 8 फरवरी को जारी किए जाएंगे. वहीं जम्मू-कश्मीर में होने वाले दो सीटों पर उपचुनाव का अपडेट देते हुए कहा कि बडगाम और नगरोटा में बर्फीले मौसम की वजह से बाद में चुनाव कराए जाएंगे.

चुनाव की तारीख की घोषणा करने से पहले चुनाव आयुक्त ने कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने EVM और चुनावी प्रकिया को पूरी तरह से मीडिया के सामने एक्सप्लेन करते हुए कहा कि चुनाव में किसी भी तरह की गलती होने की कोई संभावना नहीें है.

EVM, Voter List समेत अन्य मुद्दों पर दिया जवाब 

चुनाव आयुक्त ने ईआर हेरफेर, ईवीएम, मतदाता मतदान और मतगणना सहित विभिन्न पहलुओं पर उठाई गई सवालों पर जवाब दिया. उन्होंने कहा कि हमने इसे लेकर लिखित और व्यक्तिगत रूप से पहले भी उत्तर दिए हैं. फिर भी मतदाताओं के बीच किसी भी संदेह को दूर करने के लिए दोहराव करना हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है. वोटर लिस्ट पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि Voter List की तैयारी के हर चरण में राजनीतिक दलों की भागीदारी होती है. 

मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि EVM में किसी भी तरीके से छेड़छाड़ संभव नहीं है. इस बात को कोर्ट ने भी माना है कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता है. इसके बाद भी ईवीएम पर शक जताने की कोशिश की गई. चुनाव आयुक्त ने बातया कि चुनाव से सात-आठ दिन पहले ईवीएम तैयार हो जाती है. इसके बाद सभी एजेंट के सामने ईवीएम को सील कर दिया जाता है. जिसके बाद मतदान के बाद ईवीएम सील की जाती है. ईवीएम में अवैध वोट की कोई संभावना नहीं है. ईवीएम की प्रक्रिया पूरी तरीके से पारदर्शी है.