दिल्ली धमाके की आग कश्मीर तक, NIA ने घाटी में कई जगहों पर की छापेमारी
NIA की इस ताजा मुहिम की शुरुआत तब हुई, जब हाल ही में हरियाणा के फरीदाबाद में एक अंतरराज्यीय 'व्हाइट-कॉलर' आतंकी गिरोह का भंडाफोड़ हुआ.
जम्मू-कश्मीर: दिल्ली में हुए आतंकी धमाके के बाद सुरक्षा एजेंसियां देश के कई जगहों में छापेमारी कर रही है. इसी सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी की है. यह छापेमारी लाल किला धमाका मामले के आरोपियों के रिहायशी घरों को भी कवर कर रही है.
NIA की इस ताजा मुहिम की शुरुआत तब हुई, जब हाल ही में हरियाणा के फरीदाबाद में एक अंतरराज्यीय 'व्हाइट-कॉलर' आतंकी गिरोह का भंडाफोड़ हुआ. इस गिरोह से जुड़े सात संदिग्धों की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस को अमोनियम नाइट्रेट समेत करीब 3000 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ बरामद हुए. ये सामग्री इतनी घातक थी कि अगर इसका इस्तेमाल दिल्ली धमाके में होता, तो तबाही कई गुना बढ़ जाती.
फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी से रची गई साजिश?
जांच में सामने आया कि इस नेटवर्क में फरीदाबाद के अल-फलाह यूनिवर्सिटी में काम करने वाले डॉक्टर शामिल थे, जिनमें पुलवामा के उमर मोहम्मद (उमर उल नबी) मुख्य आरोपी के रूप में नाम आया. DNA जांच से पुष्टि हुई कि धमाके में इस्तेमाल कार के ड्राइवर वही थे, जो एक सुसाइड बॉम्बर के तौर पर कामयाब न हो सके. इससे पहले, धमाके के ठीक एक दिन बाद फरीदाबाद छापों के दबाव में उमर ने कथित तौर पर जल्दबाजी में कार में विस्फोट कर दिया, जो मूल योजना से पहले था.
NIA ने कई संदिग्धों को किया गिरफ्तार
NIA ने 11 नवंबर को केस अपने हाथ में लेते हुए अब तक छह प्रमुख संदिग्धों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें अमीर राशिद अली (जिसके नाम पर कार रजिस्टर्ड थी), जासिर बिलाल वानी (उर्फ दानिश, जो ड्रोन और रॉकेट मॉडिफिकेशन में माहिर था), डॉक्टर मुजम्मिल शकील गनाई, डॉक्टर आदिल अहमद राथर, डॉक्टर शाहीन सईद और मुफ्ती इरफान अहमद वागय शामिल हैं. ये गिरफ्तारियां जम्मू-कश्मीर के पुलवामा, अनंतनाग, शोपियां और श्रीनगर जैसे जिलों से हुईं. NIA ने 73 से ज्यादा गवाहों के बयान दर्ज किए हैं और दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा व उत्तर प्रदेश की पुलिस के साथ मिलकर जांच को तेज किया है.
कश्मीर में छापेमारी का दायरा पुराने लाल किला धमाका केस (2000-01) से भी जुड़ गया है, जहां पाकिस्तान समर्थित आतंकियों ने हमला बोला था. NIA का मानना है कि वर्तमान नेटवर्क उसी पुरानी जड़ से पोषित है, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवात-उल-हिंद जैसे संगठनों की भूमिका संदिग्ध है. धमाके के बाद पुलवामा के क्विल गांव में उमर के घर को सेना ने ध्वस्त कर दिया, जबकि उनके परिवार के चार सदस्यों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया. इसके अलावा, नेशनल मेडिकल कमीशन ने चार कश्मीरी डॉक्टरों की रजिस्ट्रेशन रद्द कर दी, जो इस गिरोह से जुड़े पाए गए.
दिल्ली धमाके की आग कश्मीर तक
पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर पुलिस ने पुलवामा और श्रीनगर के अस्पतालों में लॉकरों की तलाशी ली थी, जहां से हथियार और रसायनों के सुराग मिले. विशेषज्ञों का कहना है कि यह 'व्हाइट-कॉलर' मॉड्यूल शिक्षित और पेशेवर लोगों पर आधारित था, जो सामान्य नजरों से बचकर बड़े हमलों की साजिश रच रहा था. विदेशी हैंडलर्स के लिंक भी उजागर हो चुके हैं, हालांकि भारत ने अभी किसी देश को आधिकारिक तौर पर जिम्मेदार नहीं ठहराया.