Darjeeling Landslide: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में हाई भयानक बाढ़ और भूस्खलन में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है. भूस्खलन के बाद पर्यटन स्थल पर सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं. मुख्य सड़कों से संपर्क कट गया है. पड़ोसी सिक्किम जाने वाला रास्ता भी बंद हो गया है.
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस त्रासदी पर गहरा दुख जताते हुए फंसे हुए लोगों से सुरक्षा बरतने की अपील की है. सीएम ने कहा कि पुलिस की मदद पहुंचने तक जो लोग जहां हैं वहीं ठहरे रहें.
सीएम ने ट्वीट कर कहा, 'पिछली रात कुछ घंटों की तेज बारिश और बाहरी नदियों से राज्य में घुसे पानी से नॉर्थ और साउथ बंगाल के कुछ इलाकों में बाढ़ आ गई. मैं इस बात से बेहद चिंतत हूं.'
I am deeply worried and concerned that several areas in both North Bengal and South Bengal have been flooded due to sudden huge rains within a few hours last night as well as due to rush of excessive river waters in our State from outside.
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) October 5, 2025
Yesterday night there was sudden…
उन्होंने आगे लिखा, 'नॉर्थ बंगाल में पिछले 12 घंटों में हुई 300 एमएम से ज्यादा की अचानक बारिश, और संकोश नदी में पानी की अधिकता और भूटान और सिक्किम से बहने वाली नदियों में अचानक पानी बढ़ने से इस त्रासदी को जन्म दिया.'
Incessant rainfall since yesterday evening, more than 20 people lost their life in Darjeeling Hills, and it causes heavy landslides & property damages. Siliguri Mrik bridge at Dudhia collapsed. NH-10 has been blocked. Several roads' connectivity is disrupted.@airnewsalerts pic.twitter.com/M30MZ7r6ZJ
— Akashvani News Kurseong (@airnewskurseong) October 5, 2025
पीड़ितों के प्रति व्यक्त की संवेदना
सीएम बनर्जी ने पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त कीं. उन्होंने कहा कि इस हादसे में मारे गए भाईयों और बहनों की खबर से मैं अत्यंत दुखी हूं. मृतकों के परिजनों के साथ मेरी संवेदनाएं, पीड़ित परिवारों की हर संभव और तत्काल मदद की जाएगी. सीएम ने अलीपुरद्वार, दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, माटीगाड़ा और जलपाईगुड़ी सहित अन्य क्षेत्रों में हुए नुकसान के बारे में भी बताया.
ममता बनर्जी ने कहा कि पर्यटकों को सलाह दी गई है कि जब तक पुलिस उन्हें सुरक्षित बाहर नहीं निकाल लेती तब तक वे वहीं रहें. उन्होंने आगे कहा, 'बचाव का खर्च हमारा है और पर्यटकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है.'
हेल्पलाइन नंबर जारी
लोगों की मदद के लिए राज्य सरकार द्वारा हेल्पलाइन नंबर +91 33 2214 3526 और +91 33 2253 5185 पर संपर्क कर सकते हैं। टोल-फ्री नंबर +91 86979 81070 और 1070 नंबर जारी किए गए हैं.