नई दिल्ली: केंद्र की बीजेपी सरकार ने किसानों को सटीक और समय पर मौसम संबंधी जानकारी पहुंचाने, उपज अनुमान का आकलन करने और फसल बीमा का लाभ उठाने में मदद करने के मकसद से शुक्रवार को तीन तकनीक संचालित पहल की शुरुआत की.
'किसानों को सशक्त बनाना इस सिस्टम का उद्देश्य'
पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने इस मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि मौसम संबंधी डेटा सूचना प्रणाली (WINDS) के माध्यम से किसानों को महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी. रिजिजू ने कहा कि इस प्रणाली का मुख्य उद्देश्य मौसम की जानकारी उपलब्धता में अंतर को पाटना और जमीनी स्तर पर निर्णय लेने वाले लोगों, किसानों और हितधारकों को सशक्त बनाना है.
'मोदी सरकार में कृषि क्षेत्र को लेकर उठाए गए महत्वपूर्ण कदम'
रिजिजू ने भारत में सेब की फसल बेल्ट के शिमला से किन्नौर और अब लाहौल-स्पीति क्षेत्र में और भी ऊंचाई पर स्थानांतरित होने का हवाला देते हुए कृषि पर जलवायु परिवर्तन के प्रत्यक्ष प्रभाव पर प्रकाश डाला. उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले 9 सालों में हुए कृषि क्षेत्र में हुए सराहनीय प्रयासों का हवाला देते हुए कहा कि इन प्रयासों से भारत कृषि क्षेत्र में अग्रणी बन गया है.
'विज्ञान और तकनीक को कृषि क्षेत्र में शामिल करना बेहद जरूरी'
उन्होंने जोर देकर कहा कि जलवायु परिवर्तन के इस युग में विज्ञान और तकनीक को कृषि में क्षेत्र में शामिल करना बेहद जरूरी हो गया है. वैज्ञानिकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि हम वैज्ञानिक अनुसंधानों का कृषि के क्षेत्र में भरपूर इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने विश्वास जताया कि वैज्ञानिक अनुसंधानों का इस्तेमाल जलवायु परिवर्तन के कारण सामने आ रही चुनौतियों से निपटने में प्रभावी रूप से सहायक होगा.
रिजिजू ने कहा कि अपर्याप्त बुनियादी ढांचे के कारण सटीक मौसम संबंधी डेटा प्राप्त करने की चुनौतियों से निपटने के लिए, WINDS ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम स्टेशनों के एक मजबूत नेटवर्क की स्थापना पर जोर देता है.