देश की सुरक्षा पर सरकार सख्त, रक्षा अभियानों के लाइव प्रसारण पर सूचना प्रसारण मंत्रालय ने लगाई रोक
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने संकेत दिया है कि इस आदेश का पालन न करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सकती है. यह कदम न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करेगा, बल्कि मीडिया की विश्वसनीयता को भी बढ़ाएगा.

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को हुई आतंकी घटना के चलते एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल पैदा हो गया है. ऐसे में भारत और पाकिस्तान सेना के बीच बार्डर में हलचल पैदा हो गई है. जिसके चलते सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने शनिवार (26 अप्रैल) को एक महत्वपूर्ण आदेश जारी करते हुए सभी मीडिया चैनलों, समाचार एजेंसियों और सोशल मीडिया यूजर्स से रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की गतिविधियों का लाइव प्रसारण करने से बचने की अपील की है.
न्यूज एजेंसी IANS की रिपोर्ट के मुताबिक,यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने और संवेदनशील जानकारी के प्रसार को रोकने के लिए उठाया गया है. मंत्रालय ने अपने आदेश में साफ किया कि रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की गतिविधियों का लाइव कवरेज राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर सकता है. इस तरह का प्रसारण न केवल संवेदनशील जानकारी को उजागर करता है, बल्कि अभियानों की प्रभावशीलता को भी कमजोर कर सकता है.
मंत्रालय का आदेश, राष्ट्रीय सुरक्षा प्राथमिकता
ऐसे में सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने सभी मीडिया संस्थानों और सोशल मीडिया यूजर्स से जिम्मेदारी के साथ सूचनाओं का प्रसार करने का आग्रह किया है. आदेश में कहा गया, "राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में, सभी मीडिया प्लेटफॉर्म, समाचार एजेंसियों और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे रक्षा और अन्य सुरक्षा-संबंधी अभियानों से संबंधित मामलों पर रिपोर्टिंग करते समय अत्यधिक जिम्मेदारी का प्रयोग करें और मौजूदा कानूनों और विनियमों का सख्ती से पालन करें.
मीडिया और सोशल मीडिया की भूमिका
मंत्रालय ने मीडिया चैनलों और समाचार एजेंसियों से अपील की है कि वे रक्षा अभियानों से संबंधित किसी भी सामग्री को प्रसारित करने से पहले उसकी संवेदनशीलता की जांच करें. इसके साथ ही, सोशल मीडिया यूजर्स को भी सतर्क रहने और ऐसी सामग्री साझा करने से बचने की सलाह दी गई है, जो सुरक्षा बलों के लिए जोखिम पैदा कर सकती है. मंत्रालय ने जोर देकर कहा कि "सभी को राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए."
क्यों जरूरी है यह कदम?
रक्षा अभियानों का लाइव प्रसारण दुश्मन ताकतों को रणनीतिक जानकारी प्रदान कर सकता है, जिससे सुरक्षा बलों की स्थिति कमजोर हो सकती है. मंत्रालय का यह आदेश ऐसे समय में आया है, जब डिजिटल युग में सूचनाओं का तेजी से प्रसार हो रहा है. इस कदम का उद्देश्य मीडिया और जनता को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है.