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India Daily

Attari Wagah: अटारी-वाघा क्रॉसिंग प्वाइंट पूरी तरह से हुआ बंद, आने-जाने पर पूरी तरह लगी पाबंदी

Attari Wagah crossing point between India and Pakistan completely closed: भारत और पाकिस्तान के बीच अटारी-वाघा क्रॉसिंग पूरी तरह से बंद हो चुका है.

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Edited By: Gyanendra Tiwari
Attari Wagah crossing point between India and Pakistan completely closed
Courtesy: Social Media

Attari Wagah crossing point between India and Pakistan completely closed: भारत और पाकिस्तान के बीच अटारी-वाघा क्रॉसिंग प्वाइंट पूरी तरह से बंद हो गया है. गुरुवार को सूत्रों ने बताया कि क्रॉसिंग प्वाइंट से अब न तो कोई उधर से इधर न ही कोई इधर उधर जा सकता है. इसे पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. 

पहलगाम आतंकी हमले क बाद भारत ने सभी पाकिस्तानियों को देश छोड़ने को कहा था. इसके बाद से अटारी वाघा बॉर्डर पर भारी भीड़ लगी थी. जो भारतीय पाकिस्तान में थे वो भारत आ रहे और जो पाकिस्तानी भारत में थे वह अपने देश वापस इसी रास्ते से गए. 

पाकिस्तान नहीं दे रहा है एंट्री

दिल्ली के रहने वाले एक शख्स ने बताया कि पाकिस्तान वाले बॉर्डर नहीं क्रॉस करने दे रहे हैं. शख्स की बहन की शादी कराची में हुई है. उन्होंने न्यूज एंजेसी से बात करते हुए कहा,"मैं अपनी बहनों के साथ सुबह 6 बजे यहां आया था. सुबह 10 बजे सीमा खुलती है. सुबह 11 बजे हमने अधिकारियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आदेश दिया है और हम यहाँ से लोगों को भेज रहे हैं, लेकिन वे (पाकिस्तानी पक्ष) उन्हें आदेश पार करने की अनुमति नहीं दे रहे हैं. हम अभी भी उसका इंतजार कर रहे हैं."

पहलगाम आतंकी हमले के बाद करीब 911 पाकिस्तानी वाघा-बॉर्डर के जरिए पाकिस्तान जा चुके हैं, जिनमें से बुधवार को 125 पाकिस्तानियों ने भारत छोड़ा था.

इसी तरह के 152 भारतीय और 73 पाकिस्तानी जिनकी वीजा लंबी अवधि के लिए था वह इसी बॉर्डर के जरिे भारत आए. पहलगाम हमले के बाद अब तक उधर से 1,617 भारतीय और 224 पाकिस्तानी वाघा बॉर्डर से भारत आ चुके हैं. 

पहलगाम हमले के बाद भारत ने उठाया था कदम

पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने पाकिस्तानियों को जारी किए गए वीजा को रद्द कर दिया था. हालांकि, लंबी अवधि के वीजा वालों को छूट दी गई थी. 25 अप्रैल को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी राज्यों के मुख्मंत्रियों से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि डेडलाइन बीत जाने के बाद राज्य में कोई भी पाकिस्तानी नागरिक न हो. 

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन घाटी में आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी. 2019 में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद यह अब तक का सबसे बड़ा हमला था. पुलवामा हमले में CRPF के 40 जवानों की मौत हो गई थी.