Jammu Division Schools closed on 27th August: जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. भारी वर्षा के चलते जम्मू संभाग में बुधवार, 27 अगस्त को सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया है. जम्मू स्कूल शिक्षा निदेशालय के निदेशक डॉ. नसीम जावेद चौधरी ने 26 अगस्त को यह निर्देश जारी किया. समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से निदेशालय ने बयान जारी कर कहा, "मौजूदा खराब मौसम और क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए, जम्मू संभाग के सभी सरकारी और निजी स्कूल 27 अगस्त, 2025 को बंद रहेंगे."
मंगलवार, 26 अगस्त को माता वैष्णो देवी मंदिर के पास अधक्वारी इलाके में हुए भीषण भूस्खलन ने तबाही मचा दी. इस हादसे में कम से कम 5 लोगों की जान चली गई, जबकि 14 अन्य घायल हो गए. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर लिखा, "अधक्वारी में भूस्खलन की एक घटना में, 5 लोगों की जान चली गई और 14 अन्य घायल हो गए. बचाव अभियान जारी है." कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका के चलते बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं.
In view of the prevailing inclement weather conditions and the occurrence of flood-like situations at various places across the region, all Government as well as Private Schools in the Jammu Division to remain closed on 27th August, 2025. pic.twitter.com/UZeQ2XOfDq
— ANI (@ANI) August 26, 2025
जम्मू-पठानकोट और श्रीनगर-लेह राजमार्ग ठप
जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर एक पुल के ढह जाने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया है. अधिकारियों के मुताबिक, "पत्थरों के गिरने से जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग ठप हो गया." इसके अलावा, ज़ोजिला दर्रे पर ताजा बर्फबारी के चलते श्रीनगर-लेह राजमार्ग को भी बंद करना पड़ा. कश्मीर घाटी को किश्तवाड़ से जोड़ने वाला सिंथन दर्रा और गुरेज जाने वाला राजदान दर्रा भी भारी बर्फबारी के चलते बंद हैं. इन मार्गों के बंद होने से यात्रियों और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
डोडा बदल फटने से चार लोगों की मौत
खराब मौसम ने डोडा जिले में भारी तबाही मचाई है. "चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो लोग मकान ढहने से मारे गए तथा दो लोग अचानक आई बाढ़ में बह गए." इन घटनाओं ने स्थानीय समुदाय को गहरे सदमे में डाल दिया है. प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिए हैं, लेकिन खराब मौसम के कारण बचाव कार्यों में बाधा आ रही है.
नदियों का उफान: कई इलाके जलमग्न
जम्मू और उधमपुर जिलों में तवी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके चलते जम्मू शहर में तवी पुल को बंद करना पड़ा. इसके अलावा, सांबा में बसंतर नदी, कठुआ में उहज नदी, और डोडा, रामबन, अखनूर, रियासी, और किश्तवाड़ जिलों में चिनाब नदी और अन्य नदियां भी उफान पर हैं. "जानीपुर, रूप नगर, भगवती नगर, गुजर नगर, मढ़, आरएस पुरा, और अखनूर के कई गांव जलमग्न हो गए हैं." बाढ़ के कारण सैकड़ों परिवार प्रभावित हुए हैं, और प्रशासन ने राहत शिविर स्थापित किए हैं.