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India Daily

'लोग भरोसा करते हैं, सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता थी हमने इसमें कोई समझौता नहीं किया था', विमान हादसे पर टाटा ग्रुप के चेयरमैन का नोट

टाटा समूह के प्रमुख नटराजन चंद्रशेखरन ने अपने सहकर्मियों को एक पत्र लिखा. जिसमें उन्होंने कहा,'' आप जानते हैं कि पिछले 24 घंटों में भारत, यूके और यूएस से जांच दल दुर्घटना की जांच करने के लिए अहमदाबाद पहुंच चुके हैं. उन्हें हमारा पूरा सहयोग है और हम निष्कर्षों के बारे में पूरी तरह से पारदर्शी रहेंगे.

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Edited By: Mayank Tiwari
एयर इंडिया हादसे पर टाटा समूह के प्रमुख नटराजन चंद्रशेखरन ने जताया दुख
Courtesy: Social Media

गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे ने टाटा समूह को गहरे सदमे में डाल दिया है. इस त्रासदी में 241 लोगों की जान चली गई, और टाटा समूह के प्रमुख नटराजन चंद्रशेखरन ने अपने सहकर्मियों को एक भावुक पत्र लिखकर इस दुख को व्यक्त किया है. उन्होंने इस हादसे को समूह के इतिहास का सबसे काला दिन बताया.

“अकल्पनीय त्रासदी”

टाटा समूह के प्रमुख नटराजन चंद्रशेखरन ने एक्स पर एक पोस्ट लिखा, “ जिसमें उन्होंने लिखा कि "कल जो हुआ, वह समझ से परे है और हम सदमे और शोक में हैं. एक भी परिचित व्यक्ति को खोना त्रासदी है, लेकिन इतने सारे लोगों की एक साथ मृत्यु होना समझ से परे है. यह टाटा समूह के इतिहास का सबसे काला दिन है. शब्द इस समय सांत्वना नहीं दे सकते, लेकिन मेरी संवेदनाएं उन परिवारों और प्रियजनों के साथ हैं, जिन्होंने इस हादसे में अपनों को खोया या जो घायल हुए हैं. हम उनके लिए मौजूद हैं.”

जांच में पूर्ण सहयोग

नटराजन चंद्रशेखरन ने आगे बताया कि पिछले 24 घंटों में भारत, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका की जांच टीमें अहमदाबाद पहुंच चुकी हैं. उन्होंने कहा, “उन्हें हमारा पूर्ण सहयोग है, और हम जांच के निष्कर्षों में पूरी पारदर्शिता बरतेंगे. हम यह पारदर्शिता पीड़ितों के परिवारों, हमारे पायलटों, चालक दल और आप सभी के प्रति जवाबदेह हैं.” उन्होंने वादा किया कि सत्यापित तथ्यों के आधार पर इस त्रासदी के कारणों को स्पष्ट रूप से साझा किया जाएगा.

लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि

टाटा समूह ने 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया था, और नटराजन चंद्रशेखरन ने जोर देकर कहा कि यात्रियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता थी. “जब हमने एयर इंडिया को अपने कब्जे में लिया, तो यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारा पहला और सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य था. इसमें कोई समझौता नहीं किया गया.” यह बयान टाटा समूह की विश्वसनीयता और जिम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है.