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एक्ट्रेस लैला खान की हत्या मामले में 'पिता' दोषी करार; 11 महीने बाद मिला था कंकाल, अब 13 साल बाद मिला इंसाफ

Laila Khan Murder Case: राजेश खन्ना के साथ बोल्ड सीन देकर चर्चा में आने वाली एक्ट्रेस लैला खान मर्डर केस में उनके सौतेले पिता को दोषी करार दिया गया है. एक्ट्रेस के सौतेले पिता ने ही लैला खान और उनके चार अन्य भाई-बहनों की हत्या कर दी थी. वारदात के 11 महीने बाद लैला खान का कंकाल बरामद हुआ था. अब 13 साल बाद उन्हें इंसाफ मिला है.

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Laila Khan Murder Case: 16 साल पहले यानी 2008 में एक फिल्म आई थी, जिसका नाम था 'वफा'. फिल्म की एक्ट्रेस का नाम लैला खान था, जो रातोंरात चर्चा में आ गई थीं. उन्होंने अपनी उम्र से कई साल बड़े राजेश खन्ना के साथ बोल्ड सीन्स दिए थे. 2012 में अचानक लैला खान अपने पूरे परिवार के साथ गायब हो गईं थीं. करीब 11 महीने बाद उनका कंकाल मिला था. अब कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए लैला के सौतेले पिता को दोषी करार दिया है. जज सचिन बलवंत पवार मंगलवार को सजा सुना सकते हैं. कहा जा रहा है कि आरोपी सौतेले पिता को अधिकतम मौत, जबकि न्यूनतम उम्रकैद की सजा हो सकती है.

लैला खान, उनकी मां और उनके 4 अन्य भाई-बहनों की हत्या के बाद शव को इगतपुरी फार्म हाउस में दफना दिया गया था. वारदात के 13 साल बाद सेशन कोर्ट ने गुरुवार को उनके सौतेले पिता परवेज टाक को लैला खान समेत उनके चार अन्य भाई-बहनों की हत्या के लिए दोषी ठहराया. पुलिस के मुताबिक, आरोपी परवेज ने वारदात को इसलिए अंजाम दिया था, क्योंकि 2012 के आसपास दुबई के शेख नाम से जाने जाने वाले एक शख्स के साथ व्यापारिक सौदा हुआ था, जिससे लैला खान के परिवार को अच्छी खासी रकम मिली थी और उसमें से परवेज को हिस्सा नहीं दिया गया था. 

लैला खान का ऑरिजनल नाम रेशमा पटेल था. आखिर बार उन्हें 2008 में आई फिल्म 'वफा: ए डेडली लव स्टोरी' में देखा गया था. इस फिल्म में लैला खान ने राजेश खन्ना के साथ कई बोल्ड सीन्स दिए थे. फिल्म के आने के करीब 5 साल बाद लैला खान और उनके चार अन्य भाई-बहन रहस्यमयी तरीके से गायब हो गए थे. मामले की जांच पड़ताल के दौरान लैला के सौतेले पिता परवेज पर पुलिस का शक गया था. इसके बाद से गिरफ्तार परवेज जेल में बंद है. 48 साल का परवेज, कश्मीर का मूल निवासी  है. 

फरवरी 2011 में लापता हुई थी लैला

लैला, उनकी मां सेलिना, भाई-बहन अजमीना, इमरान और ज़ारा और भतीजी रेशमा रहस्यमयी तरीके से फरवरी 2011 में लापता हो गईं थीं. लैला के पिता नादिर (सेलिना के पहले पति) ने ओशिवारा पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी. जम्मू-कश्मीर से लैला की दो एमयूवी की बरामदगी से अटकलें लगने लगीं कि वो जम्मू-कश्मीर में ही हो सकती है. एक और थ्योरी जो घूम रही थी, उसमें कहा गया था कि वह अपने 'पति' सोनू के साथ दुबई में थी. 

हालांकि, जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के सड़क ठेकेदार परवेज टाक और लैला की मां सेलिना के तीसरे पति, एमयूवी की जब्ती के बाद मुख्य संदिग्ध के रूप में सामने आए. क्राइम ब्रांच ने जुलाई 2012 में फार्महाउस के एक गड्ढे से छह कंकाल बरामद किए थे. पुलिस ने कहा था कि ये शव परवेज की निशानदेही पर ही बरामद किए गए थे. 

डीएनए सबूतों से साबित हुआ कि जो कंकाल बरामद किए गए थे, वे लैला, उनकी मां, भाई-बहन और भतीजी के थे. 3 अक्टूबर, 2012 को कोर्ट में दायर 984 पन्नों की चार्जशीट में, क्राइम ब्रांच ने परवेज और हुसैन पर धारा 302 (हत्या), 363 (अपहरण के लिए सजा), 364 (हत्या के लिए अपहरण या अपहरण), 397 (मौत या गंभीर चोट पहुंचाने के प्रयास के साथ डकैती या डकैती), 201 (अपराध के सबूतों को गायब करना) भारतीय दंड संहिता की 120 बी (आपराधिक साजिश) समेत अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.

पुलिस ने अपनी चार्जशीट में क्या-क्या कहा?

चार्जशीट में कहा गया कि परवेज ने गुस्से में आकर लैला समेत 6 लोगों की हत्या कर दी. पिछले हफ्ते, भाजपा के मुंबई उत्तर-मध्य लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार बनाए गए उज्ज्वल निकम को मामले में स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर अप्वाइंट किया गया था. निकम ने लैला की मां सेलिना पटेल के पूर्व पतियों (नादिर पटेल और आसिफ शेख) समेत 40 से अधिक गवाहों से पूछताछ की थी. पीड़ित पक्ष के वकील की ओर से कहा गया था कि एक फरार आरोपी शाकिर हुसैन की मदद से परवेज ने सेलिना, उसके चार बच्चों (रेशमा उर्फ ​​लैला, जुड़वां इमरान और ज़ारा पटेल, अजमीना) और भतीजी रेशमा उर्फ ​​टल्ली की हत्या की साजिश रची. 

पुलिस ने आरोप लगाया था कि फरवरी 2011 में, परवेज ने लैला और उसके परिवार को इगतपुरी फार्महाउस पर जाने के लिए राजी किया. आरोप पत्र में कहा गया कि परवेज ने 8 फरवरी, 2011 को उनकी हत्या कर दी. फार्महाउस से बरामद सबूतों में पटेल परिवार के सदस्यों के बैंक अकाउंट्स और पासबुक शामिल था.