Aaj Ka Mausam: दिल्ली-NCR में उमस के बीच बारिश की वापसी, राजस्थान-केरल सहित कई राज्यों में भारी मानसून सक्रिय

Weather Update: दिल्ली-NCR सहित उत्तर भारत में अगले सप्ताह तक बादल-बारिश का सिलसिला जारी रहेगा. राजस्थान के तीन संभागों में आज अति भारी वर्षा की चेतावनी है, जबकि केरल के पांच जिलों में ऑरेंज अलर्ट और शेष में येलो अलर्ट लागू है. हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश से 199 सड़कें अवरुद्ध हैं और 105 लोगों की जान जा चुकी है. मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहकर प्रशासनिक दिशानिर्देश मानने की सलाह दी है.

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Weather Update: दिल्ली-NCR में उमस भरी गर्मी के बीच मानसून ने फिर से रफ्तार पकड़ ली है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग यानी आईएमडी का अनुमान है कि अगले छह-सात दिनों तक क्षेत्र में मौसम पल-पल बदलता रहेगा. सुबह-शाम घने बादल छाए रहेंगे, दोपहर में तेज धूप निकल सकती है और अंतराल-अंतराल पर हल्की से मध्यम बारिश राहत देगी. अधिकतम तापमान 36-38 °से तथा न्यूनतम 28-30 °से के आसपास रहने का पूर्वानुमान है, जबकि आर्द्रता 75 % से अधिक बनी रहने से चिपचिपी गर्मी बरकरार रहेगी.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली से सटे पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भी समान स्थिति बन रही है. इन राज्यों में आगामी सप्ताह के दौरान 20–60 मिमी वर्षा दर्ज हो सकती है. पर्वतीय इलाकों विशेषकर हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश की चेतावनी दी गई है. हिमाचल में 20 जून को मानसून के आगमन से 14 जुलाई तक वर्षा-संबंधी घटनाओं में 61 लोगों सहित कुल 105 मौतें हो चुकी हैं और 199 सड़कें बंद हैं. राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने यात्रियों से अनावश्यक यात्रा टालने तथा अधिकाधिक सावधानी बरतने को कहा है.

राजस्थान में मानसून सक्रिय

राजस्थान में मानसून अधिक सक्रिय है. आईएमडी ने जोधपुर, बीकानेर व अजमेर संभाग के अनेक भागों में आज भारी से भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. कोटा, उदयपुर और भरतपुर संभाग के कई इलाकों में बुधवार को ही तीव्र वर्षा हो चुकी है. बंगाल की खाड़ी तथा अरब सागर से आ रही नम हवाएं राज्य में बादलांची घनता बढ़ा रही हैं. जिला प्रशासन को निचले क्षेत्रों से लोगों के सुरक्षित स्थानों पर विस्थापन की तैयारियां रखने को कहा गया है.

जिलों में ऑरेंज अलर्ट लागू 

दक्षिण भारत में केरल सबसे अधिक प्रभावित है. एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, कन्नूर और कासरगोड जिलों में ऑरेंज अलर्ट लागू है, जहां 11–20 सेंटीमीटर तक मूसलाधार वर्षा का पूर्वानुमान है. बाकी नौ जिलों में येलो अलर्ट जारी है. लगातार बारिश से पेरियार, भारतपुझा व कबिनी नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है और बांधों के फाटकों को चरणबद्ध ढंग से खोलने के निर्देश दिए गए हैं. मछुआरों को rough sea के कारण समुद्र में न उतरने की सलाह दी गई है.

भारत के बड़े हिस्से में मॉनसून सक्रिय

उत्तर, पश्चिम और दक्षिण भारत के बड़े हिस्से में मॉनसून सक्रिय है. जहां एक ओर वर्षा उमस से राहत देती है, वहीं दूसरी ओर अत्यधिक व लगातार बारिश बाढ़, भूस्खलन और यातायात अवरोध जैसी चुनौतियां भी बढ़ा रही है. मौसम विशेषज्ञों ने नागरिकों से स्थानीय प्रशासन व आधिकारिक बुलेटिन पर निगाह बनाए रखने और आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है.