'इस्लाम बेगुनाहों की हत्या करना नहीं सिखाता', यूएई ने भारत के वैश्विक आउटरीच कार्यक्रम को दिया समर्थन
तिनिधिमंडल में भाजपा से बांसुरी स्वराज और अतुल गर्ग, वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सदस्य मनन कुमार मिश्रा, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग से ईटी मोहम्मद बशीर, बीजू जनता दल से सस्मित पात्रा और भाजपा नेता एसएस अहलूवालिया के साथ पूर्व राजनयिक सुजान चिनॉय शामिल हैं.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकवाद के खिलाफ भारत की वैश्विक पहुंच के तहत शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को यूएई पहुंचा. बहुदलीय राजनयिक प्रतिनिधिमंडल के अपने निर्धारित देश पहुंचने और यूएई के अधिकारियों को अपने मिशन के बारे में जानकारी देने के तुरंत बाद, मध्य-पूर्वी देश ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई को अपना समर्थन दिया.
सूत्रों के अनुसार भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने यूएई के संसदीय सहयोगियों के साथ दूसरी बैठक पूरी की. बैठक के दौरान, यूएई के अधिकारियों ने भारत के राजनयिक मिशन को अपनी सहायता व्यक्त की और कहा कि इस्लाम निर्दोष नागरिकों की हत्या करना नहीं सिखाता है. इससे पहले दिन में श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने अबू धाबी में संयुक्त अरब अमीरात के सहिष्णुता एवं सह-अस्तित्व मंत्री शेख नाहयान मुबारक अल नाहयान से मुलाकात की.
बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल संयुक्त अरब अमीरात पहुंचा
प्रतिनिधिमंडल में भाजपा से बांसुरी स्वराज और अतुल गर्ग, वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सदस्य मनन कुमार मिश्रा, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग से ईटी मोहम्मद बशीर, बीजू जनता दल से सस्मित पात्रा और भाजपा नेता एसएस अहलूवालिया के साथ पूर्व राजनयिक सुजान चिनॉय शामिल हैं. इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को आतंकवाद से निपटने के लिए भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित किया और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर जारी है और अगर पहलगाम जैसा कोई और आतंकवादी हमला होता है तो भारत जवाब देगा और अगर आतंकवादी पाकिस्तान से गतिविधियां चला रहे हैं तो उन्हें निशाना बनाया जाएगा.
प्रधानमंत्री मोदी का पाकिस्तान को संदेश
22 अप्रैल को पहलगाम हमले के जवाब में भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के बाद अपनी पहली रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया और कहा कि भारत पाकिस्तान को विश्व स्तर पर बेनकाब करेगा. राजस्थान में एक रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, पाकिस्तान भारत के साथ सीधी लड़ाई में कभी नहीं जीत सकता. इसलिए वह आतंकवाद को भारत के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल करता है. आजादी के बाद दशकों तक यह चलता रहा. पाकिस्तान ने आतंकवाद फैलाया, निर्दोष लोगों की हत्या की और आतंक का माहौल बनाया.