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India Daily

'औरतें हैं पुरुषों की सबसे बड़ी समस्या, उन्हीं की वजह से आते हैं...', रोडीज फेम रघु राम का विवादित बयान

'रोडीज' फेम रघु राम ने एक पॉडकास्ट में महिलाओं को लेकर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि महिलाएं पुरुषों के मानसिक और शारीरिक तनाव की वजह हैं और वे पुरुषों को भावनात्मक रूप से स्वीकार नहीं करतीं.

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Edited By: Kuldeep Sharma
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Courtesy: social media

मुंबई: टीवी शो 'रोडीज' से पहचान बनाने वाले रघु राम एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार वजह है उनका महिलाओं के प्रति दिया गया विवादित बयान. 

एक पॉडकास्ट में रघु ने कहा कि औरतें पुरुषों की कई समस्याओं की जड़ हैं और उनकी वजह से कई पुरुष डिप्रेशन, हार्ट अटैक और यहां तक कि आत्महत्या तक का शिकार हो जाते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं पुरुषों को भावनात्मक रूप से कमजोर समझकर रिजेक्ट कर देती हैं.

महिलाओं पर दिया विवादित बयान

‘टू गर्ल्स एंड टू कप्स’ पॉडकास्ट में रघु राम ने महिलाओं को लेकर कहा, 'लड़कियां एक बहुत बड़ी दिक्कत हैं. वो कहती हैं कि उन्हें भावनात्मक रूप से खुले पुरुष चाहिए, लेकिन जब कोई आदमी ऐसा बनता है, तो वही औरतें उसे रिजेक्ट कर देती हैं.' उन्होंने दावा किया कि जब पुरुष अपनी भावनाएं जाहिर करते हैं, तो उन्हें 'कमजोरट और 'औरतों जैसा' कहा जाता है. रघु के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं.

'औरतों की कोई सीमा नहीं होती'

रघु ने अपने पुराने शो ‘रोडीज’ के अनुभव साझा करते हुए कहा, 'शो में कुछ ऐसी महिलाएं मिलीं जिनसे हमारे कान लाल हो गए. वो बहुत चिल्लाती हैं, और जो कहती हैं, वो सुनने में बहुत बुरा लगता है. लड़कियों की कोई सीमा नहीं होती, जबकि पुरुषों की होती है.' उन्होंने यह भी कहा कि कुछ महिलाएं पुरुषों से ज्यादा आक्रामक हो सकती हैं.

'पुरुषों की बीमारियों की जड़ महिलाएं'

रघु ने यह दावा भी किया कि पुरुषों की कई मानसिक और शारीरिक बीमारियों की जड़ महिलाएं हैं. उन्होंने कहा, 'बहुत से पुरुष 60 की उम्र के बाद हार्ट अटैक से मर जाते हैं या आत्महत्या कर लेते हैं, क्योंकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि महिलाएं उनके साथ किस तरह का रिश्ता रखती हैं.' उनके इस बयान को लेकर कई लोगों ने उन्हें ‘महिला विरोधी’ करार दिया.

‘पुरुष भावनाएं दबाते हैं’

रघु ने कहा कि समाज ने पुरुषों को ऐसा बना दिया है कि वे अपनी भावनाएं साझा करने से डरते हैं. 'लड़कियों की वजह से लड़के कुछ भी शेयर नहीं करते. उन्होंने कहा हम दिल के दौरे से मरना पसंद करते हैं, लेकिन किसी महिला को ऐसा कुछ नहीं कहेंगे, जो बाद में हमारे खिलाफ इस्तेमाल हो.' यह बयान लोगों में गुस्सा और बहस दोनों का कारण बन गया है.

सोशल मीडिया पर मचा हंगामा

रघु के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना शुरू हो गई है. कई यूजर्स ने कहा कि ऐसे बयान समाज में लैंगिक असमानता को और बढ़ाते हैं. वहीं कुछ लोग रघु के समर्थन में भी उतरे, जिन्होंने कहा कि उन्होंने बस समाज की सच्चाई को शब्दों में कहा है. हालांकि, अब तक रघु राम ने अपने बयान पर कोई सफाई नहीं दी है.