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India Daily

बांग्लादेश में हिंदू व्यक्ति की बेरहमी से हत्या पर फूटा सेलेब्स का गुस्सा, लगाई न्याय की गुहार

बांग्लादेश में एक हिंदू व्यक्ति की बेरहमी से लिंचिंग पर स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी ने कड़ा गुस्सा जताया है. उन्होंने इस घटना को अमानवीय बताते हुए दोषियों को फांसी देने की मांग की है.

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Edited By: Babli Rautela
Munawar Faruqui -India Daily
Courtesy: Social Media

बांग्लादेश में एक हिंदू व्यक्ति के साथ हुई बेरहमी ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो ने लोगों के बीच आक्रोश और दुख दोनों पैदा कर दिए हैं. इस घटना को लेकर भारत समेत कई देशों में कड़ी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. हिंसा की यह तस्वीरें इंसानियत पर सवाल खड़े कर रही हैं.

 स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. रविवार 21 दिसंबर को उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की. मुनव्वर ने लिखा कि बांग्लादेश से आ रहे भयानक फुटेज उन्हें बीमार कर देते हैं और इंसान होने पर सवाल उठाने को मजबूर करते हैं.

बांग्लादेश में हिंदू की हत्या पर मुनव्वर

मुनव्वर फारुकी ने अपने पोस्ट में कहा कि धर्म के नाम पर की गई यह हिंसा अमानवीय है. उन्होंने लिखा कि ऐसे लोग इंसान नहीं बल्कि राक्षस हैं और दुनिया चुपचाप यह सब देख रही है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि दोषियों को फांसी दी जानी चाहिए ताकि इंसानियत पर भरोसा कायम रह सके.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना कथित तौर पर कार्यकर्ता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद फैली अशांति के बीच हुई. आरोप है कि हिंदू व्यक्ति पर पैगंबर मुहम्मद को लेकर कथित टिप्पणी के आरोप में भीड़ ने हमला किया. इसके बाद हिंसा बेकाबू हो गई और घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.

इन सेलेब्रिटीज ने भी उठाई आवाज

इस घटना पर सिर्फ मुनव्वर फारुकी ही नहीं बल्कि कई अन्य मशहूर हस्तियों ने भी नाराजगी जाहिर की है. एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने इस घटना को दिल दहला देने वाला और शर्मनाक बताया. उन्होंने लिखा कि अगर किसी को लगता है कि भगवान उनके नाम पर हत्या करने को कहता है तो यह सोच बेहद खतरनाक है.

टीवी एक्ट्रेस देवोलीना भट्टाचार्जी ने भी सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर किया. वहीं रियलिटी टीवी पर्सनैलिटी राजीव अदतिया ने लिखा कि बांग्लादेश में जो हो रहा है वह उनका दिल तोड़ रहा है. उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म में किसी को उसके विश्वास के कारण नुकसान पहुंचाने की शिक्षा नहीं दी जाती.

इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लगातार न्याय की मांग की जा रही है. लोग दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील कर रहे हैं. मानवाधिकार संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए.