'शुरू मजबूरी में किए थे, अब मजा आ रहा,' मिर्जापुर के 10 डायलॉग, जिन्हें आज भी भूल नहीं पा रहे लोग

मिर्जापुर 3 का ट्रेलर सामने आ चुका है जिसको फैंस काफी पसंद कर रहे है. इस ट्रेलर को देखने के बाद फैंस का एक्साइटमेंट लेवल काफी बढ़ गया है. ऐसे में अगर आपने अब तक मिर्जापुर के पहले और दूसरे सीजन को नहीं देखा तो उसको जरूर देखें और हम आपको उसके कुछ बेहतरीन डायलॉग के बारे में बताते हैं.

Social Media
India Daily Live

Mirzapur Dialogues from All Seasons: मिर्जापुर का नाम सुनते ही आपके दिमाग में क्या आता होगा, धूल भरी सड़कें जहां पर अराजकता और सत्ता का खेल खेला जाता है. यह एक ऐसे युद्ध के मैदान की तरह है, जहां बंदूकों से नहीं अपने शब्दों से लोगों पर वार किया जाता है. मिर्जापुर की मायावी दुनिया में आपका स्वागत है. इस वेब सीरीज के कई ऐसे डायलॉग है जो काफी फेमस हुए है. तो चलिए अपना Popcorn लेकर तैयार हो जाएं क्योंकि हम आपको मिर्जापुर के सीजन 1 के कुछ फेमस डायलॉग बताने वाले हैं.

  1. बंदूकों की मदद से डर नहीं बढ़ाना है, बंदूकों की मदद से डर नहीं बढ़ाना है.
  2. अटैक में भी गन, डिफेंस में भी गन, हम बनाएंगे मिर्ज़ापुर को अमेरिका.
  3. माता जी यहाँ है, बहन यहाँ है, माँ बहन करने में आसान होगी.
  4. डर की यही दिक्कत है कि कभी भी खत्म हो सकता है.
  5. शुरू मजबूरी में किये थे, अब मजा आ रहा है.
  6. इज्जत नहीं करते हैं, डरते हैं सब.
  7. मिडिल क्लास आदमी, आदमी नहीं चु*तिया होता है, चु*तिया.
  8. जिंदगी हो तो ऐसी हो, जिंदा तो झ**ट के बाल भी हैं.
  9. ओह भोस*दी वाले चाचा, आराम करिए, वर्ना रेस्ट इन पीस हो जाओगे.
  10. अब चाहे सांप आके घर में दोस्ती करले..रहता तो जहरीला ही है.
  11. कुछ लोग बाहुबली पैदा होते हैं, और कुछ को बनाना पड़ता हैं..इनको बनाएंगे.
  12. अगर नेता बनना है तो गुंडे पालो, गुंडे बनो मत.
  13. गद्दी पर चाहे हम रहें, या मुन्ना नियम समान होगा..और हम एक नया नियम जोड़ रहे हैं..मिर्जापुर की गड्डी पर बैठने वाला कभी भी कोई भी नियम बदल सकता है.
  14. जब कुर्बानी देने का समय आया तो कुर्बानी सिपाही की दी जाती है, राजा और राजकुमार तो जिंदा रहते हैं.
  15. जीत की गारंटी तभी है, जब जीत और हार दोनों तुम्हारे कंट्रोल में हो.