त्योहारों पर मिठाई का लेन-देन हमेशा से चलन में रहा है, और काजू कतली इस कड़ी में एक खास स्थान रखती है. इसका स्वाद इतना लजीज होता है कि कोई भी इसे खाने से मना नहीं कर सकता. काजू की मौजूदगी इसे एक हेल्दी विकल्प बनाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बाजार में मिलने वाली काजू कतली असली है या मिलावटी?
आजकल बाजार में नकली काजू कतली भी बिकने लगी है, जो न केवल आपके पैसे की बर्बादी है, बल्कि आपकी सेहत के लिए भी हानिकारक साबित हो सकती है. मिलावटी काजू कतली खाने से पेट में परेशानी और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे कैंसर, का खतरा बढ़ सकता है.
असली काजू कतली का रंग क्रीम से लेकर हल्का सफेद होता है. यदि काजू कतली बहुत अधिक पीली या चमकीली सफेद दिख रही है, तो यह नकली हो सकती है.
असली काजू कतली मुलायम होती है और आसानी से टूट जाती है. यदि काजू कतली कठोर या रबर जैसी लग रही है, तो यह बासी या मिलावटी हो सकती है.
असली काजू कतली खाने पर आपको काजू का असली स्वाद महसूस होगा. जबकि मिलावटी काजू कतली में मूंगफली, आलू या अजीब केमिकल जैसा स्वाद आ सकता है.
जब आप काजू कतली का टुकड़ा उंगलियों पर रगड़ते हैं, तो असली मिठाई से हल्का काजू का स्वाद आएगा, मिलावटी काजू कतली में ऐसा स्वाद नहीं होगा.
काजू कतली के एक टुकड़े को पानी में डालें. असली काजू कतली जल्दी घुल जाएगी, जबकि नकली काजू कतली देर से घुलती है और उसमें अन्य पदार्थ दिखाई देने लगते हैं.
त्योहारों के मौसम में मिठाई का आदान-प्रदान खुशी का प्रतीक है, लेकिन इसे खरीदते समय सतर्क रहना बहुत जरूरी है. असली काजू कतली न केवल आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है, बल्कि त्योहार की मिठास को भी बढ़ाती है. इस प्रकार, इन सरल उपायों का पालन करके आप मिलावट से बच सकते हैं और असली मिठाई का आनंद ले सकते हैं.