पति ने पीटा, म्यूजिक डायरेक्टर को नहीं पसंद आई आवाज... जब 3 महीने की प्रेग्नेंट आशा भोसले लेना चाहतीं थीं अपनी जान
Asha Bhosle Birthday: 92 साल की उम्र में भी अपनी खनकती आवाज से लोगों के दिलों पर राज कर रहीं आशा भोसले का सफर आसान नहीं था. 16 साल की उम्र में भागकर शादी करने के बाद वह घरेलू हिंसा का शिकार हुईं और खुदकुशी तक की कोशिश की थी.
Asha Bhosle Birthday: 92 साल की उम्र में भी अपनी खनकती आवाज से लोगों के दिलों पर राज करने वाली आशा भोसले का सफर बेहद कठिन रहा है. वह मशहूर थिएटर आर्टिस्ट और क्लासिकल गायक दीनानाथ मंगेशकर की बेटी और स्वर कोकिला लता मंगेशकर की छोटी बहन हैं. मात्र 9 साल की उम्र में पिता का निधन हो गया, जिसके बाद परिवार का सहारा बनने के लिए उन्होंने लता मंगेशकर संग गाना शुरू कर दिया.
आशा भोसले ने 1949 में 16 साल की उम्र में लता मंगेशकर के सेक्रेटरी गणपतराव भोसले से शादी की थी. परिवार इस रिश्ते से खुश नहीं था और लता ने तो बहन से नाता भी तोड़ लिया. शुरुआती दौर में यह रिश्ता आशा के लिए उम्मीद भरा था, लेकिन जल्द ही यह उनके जीवन का सबसे बड़ा संघर्ष बन गया.
घरेलू हिंसा का शिकार हुईं थी आशा भोसले
गणपतराव का स्वभाव बेहद आक्रामक था. आशा भोसले पर न केवल मानसिक दबाव डाला गया बल्कि शारीरिक हिंसा भी की गई. बायोग्राफी ‘Asha Bhosle: A Life In Music’ के मुताबिक, गणपतराव कई बार उन पर हाथ उठाते थे, यहां तक कि गर्भावस्था के दौरान भी. उनके ससुराल वालों ने भी संकीर्ण सोच के कारण उन्हें स्वीकार नहीं किया. शादी के 11 साल बाद, 1960 में यह रिश्ता टूट गया.
इस कठिन दौर में आशा इतनी निराश हो गईं कि उन्होंने खुद की जान लेने की कोशिश की. किताब में उन्होंने लिखा, 'मैं दिमागी तौर पर इतना टूट गई थी कि मैंने एक पूरी बॉटल स्लीपिंग पिल्स खा ली. लेकिन मेरे बच्चे के लिए मेरा प्यार इतना बड़ा था कि उसने मुझे मरने नहीं दिया.' यह उनके जीवन का सबसे अंधकारमय दौर था, लेकिन वह इससे बाहर निकल आईं.
करियर की शुरुआत में खाईं ठोकरें
आशा भोसले ने अपने करियर की शुरुआत में भी अस्वीकृति का सामना किया. आरजे अनमोल से बातचीत में उन्होंने बताया कि 1947 में एक रिकॉर्डिंग से उन्हें सिर्फ इसलिए निकाल दिया गया क्योंकि उनकी आवाज को 'बेकार' कहा गया था. उन्होंने किशोर कुमार के साथ राज कपूर और नरगिस स्टारर फिल्म ‘जान पहचान’ के लिए गाना गाया था, लेकिन म्यूजिक डायरेक्टर खेमचंद प्रकाश को उनकी आवाज पसंद नहीं आई.
इन तमाम संघर्षों के बावजूद आशा भोसले ने खुद को हर शैली में ढाला. चाहे कैबरे हो, गजल, रोमांटिक गीत या क्लासिकल – उन्होंने हर अंदाज में अपनी आवाज की अमिट छाप छोड़ी. वह 14 से ज्यादा भाषाओं में 12,000 से अधिक गीत गा चुकी हैं. बाद में उन्होंने संगीतकार आर.डी. बर्मन से शादी की और संगीत जगत की सबसे सफल जोड़ीदारों में से एक बनीं.