'किसी भी संदेह में विमान सेवा में नहीं भेजेंगे', एयर इंडिया के सीईओ ने कर्मचारियों को दिया भरोसा
एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने अपने कर्मचारियों से कहा कि किसी भी संदेह की स्थिति में कोई भी विमान, चाहे वह किसी भी प्रकार का हो, सेवा में नहीं भेजा जाएगा.

एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने अहमदाबाद में बोइंग 787-8 विमान के दुखद हादसे के बाद कर्मचारियों को संदेश भेजा. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया ने स्वेच्छा से अतिरिक्त प्री-फ्लाइट जांच जारी रखने का फैसला किया है और “किसी भी संदेह की स्थिति में कोई भी विमान, चाहे वह किसी भी प्रकार का हो, सेवा में नहीं भेजा जाएगा.” विल्सन ने यह भी दोहराया कि हादसे की जांच में एयर इंडिया पूर्ण सहयोग कर रही है, क्योंकि “तथ्यों का पता लगाना, चाहे वे कुछ भी हों, बेहद जरूरी है.”
विमान हादसे में हुई थी 241 लोगों की मौत
पिछले गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहे एयर इंडिया के बोइंग 787-8 विमान (उड़ान AI171) के टेकऑफ के कुछ ही क्षण बाद दुर्घटनाग्रस्त होने से 242 में से केवल एक यात्री जीवित बचा. जमीन पर भी कई लोग हताहत हुए. यह चार दशकों में किसी भारतीय एयरलाइन की सबसे भयानक दुर्घटना और बोइंग 787 का विश्व में पहला हादसा है. भारत के विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) इसकी जांच कर रहा है.
सुरक्षा सबसे पहला लक्ष्य
विल्सन ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि इस त्रासदी के बावजूद, एयर इंडिया का सुरक्षा, गुणवत्ता और सेवा के प्रति लक्ष्य पहले से भी ऊंचा है. उन्होंने कहा, “यह एक दुखद घटना रही है और हम इससे जो भी सीख सकते हैं, उसे अपनाकर भविष्य में और मजबूत होंगे. फिर भी, सुरक्षा, गुणवत्ता, सेवा, व्यावसायिकता या किसी अन्य आयाम में हमारा लक्ष्य पहले जैसा ही है, बल्कि पहले से अधिक है.”
कर्मचारियों और परिवारों के प्रति सम्मान
सोशल मीडिया पर एयर इंडिया प्रबंधन की अनुपस्थिति की अफवाहों को खारिज करते हुए विल्सन ने कहा, “आपने सोशल मीडिया पर हमारे सहयोगियों के अंतिम संस्कार में एयर इंडिया की उपस्थिति की कमी के बारे में टिप्पणियां पढ़ी होंगी. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि प्रत्येक संस्कार में हमारी वरिष्ठ उपस्थिति रही है. हालांकि, हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि हमारी मौजूदगी परिवारों और प्रियजनों के लिए इस महत्वपूर्ण समय में कोई व्यवधान न पैदा करे.”



