लगातार कई महीनों तक कीमतों में उछाल के बाद, भारत में कॉफी की कीमतों में अचानक भारी गिरावट दर्ज की गई है. कॉफी बोर्ड ऑफ इंडिया के अनुसार, पिछले तीन महीनों में देश में सबसे अधिक उगाई जाने वाली रोबस्टा कॉफी की कीमत 30% घटी है, जबकि अरेबिका की कीमतों में 17% की कमी आई है. इस गिरावट का मुख्य कारण ब्राजील, जो दुनिया का सबसे बड़ा कॉफी उत्पादक देश है, में अपेक्षा से बेहतर फसल उत्पादन रहा है.
क्यों आई कीमतों में कमी?
ब्राजील में बेहतर फसल की स्थिति ने वैश्विक आपूर्ति की चिंताओं को कम किया है, जिसके परिणामस्वरूप इस साल की शुरुआत में देखी गई कीमतों में उछाल अब उलट गया है. मार्च 2025 में रोबस्टा चेरी की कीमत 264 रुपए प्रति किलोग्राम थी, जो अब घटकर 206 प्रति किलोग्राम हो गई है. इसी तरह, रोबस्टा पार्चमेंट, जो 458 रुपए प्रति किलोग्राम पर बिक रहा था, अब 340 रुपए प्रति किलोग्राम पर उपलब्ध है. अरेबिका पार्चमेंट की कीमत 540 रुपए से गिरकर 504 रुपए और अरेबिका चेरी 340 रुपए से घटकर 284 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है.
किसानों के लिए झटका
मार्च और अप्रैल में कीमतों में तेजी के कारण कई किसानों ने अपनी फसल को रोककर रखा था, यह उम्मीद करते हुए कि उन्हें और बेहतर कीमत मिलेगी. हालांकि, अचानक आई इस गिरावट ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. पहले अनुमान लगाया गया था कि ब्राजील में अत्यधिक बारिश के कारण कॉफी उत्पादन कम होगा, लेकिन अपेक्षा से बेहतर फसल ने वैश्विक आपूर्ति को बढ़ा दिया, जिसके चलते कीमतों में सुधार हुआ.
कॉफी उद्योग पर प्रभाव
यह कीमतों में गिरावट भारतीय कॉफी किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है, जो पहले ही उत्पादन लागत और बाजार की अनिश्चितताओं से जूझ रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक आपूर्ति में सुधार के बावजूद, भविष्य में कीमतें स्थिर रहने की संभावना है.