Honda Cars India: बाप रे! लोग ताबड़तोड़ ऑर्डर कर रहे हैं, इस कार कंपनी के पीछे क्यों पड़ी है दुनिया? जानें इसकी खासियत
Honda Cars India: सिर्फ दो साल में कंपनी ने 1 लाख यूनिट्स एक्सपोर्ट कर दिखाया, जिसमें मिड-साइज एसयूवी होंडा एलीवेट (Elevate) और लोकप्रिय होंडा सिटी (City) की अहम भूमिका रही.
Honda Cars India: ऑटोमोबाइल सेक्टर में भारत की ताकत लगातार दुनिया को प्रभावित कर रही है. इसका बड़ा उदाहरण है होंडा कार्स इंडिया लिमिटेड (HCIL), जिसने भारत से अब तक 2 लाख यूनिट्स एक्सपोर्ट कर एक नया माइलस्टोन हासिल किया है. कंपनी की कारें आज 33 देशों की सड़कों पर दौड़ रही हैं और विदेशी बाजारों में भारतीय ऑटोमोबाइल उत्पादन की पहचान को मजबूत कर रही हैं. यह उपलब्धि न केवल कंपनी की ग्लोबल क्वॉलिटी और इनोवेशन को दर्शाती है, बल्कि मेक इन इंडिया पहल की सफलता को भी रेखांकित करती है.
होंडा कार्स इंडिया का सफर बेहद खास रहा है. शुरुआती दौर में SAARC देशों और अफ्रीकी बाजार से शुरू हुआ यह विस्तार अब जापान, मिडल ईस्ट, मैक्सिको और साउथ अमेरिका तक पहुंच चुका है. सिर्फ दो साल में कंपनी ने 1 लाख यूनिट्स एक्सपोर्ट कर दिखाया, जिसमें मिड-साइज एसयूवी होंडा एलीवेट (Elevate) और लोकप्रिय होंडा सिटी (City) की अहम भूमिका रही. आइए जानते हैं, होंडा की इस शानदार उपलब्धि और इसकी ग्लोबल मौजूदगी के बारे में विस्तार से.
पहला पड़ाव: 50,000 यूनिट्स
होंडा ने शुरुआती 50,000 यूनिट्स साल 2021 तक नेपाल, भूटान, साउथ अफ्रीका और SADC देशों में एक्सपोर्ट की थीं. यह कंपनी की विदेशी बाजार में मजबूत एंट्री थी.
दूसरा पड़ाव: मिडल ईस्ट और मैक्सिको तक सफर
अगली 50,000 यूनिट्स मात्र 2.5 साल में मिडल ईस्ट, मैक्सिको और तुर्की जैसे लेफ्ट हैंड ड्राइव मार्केट तक पहुंचीं.
तीसरा पड़ाव: 1 लाख यूनिट्स का एक्सपोर्ट
इसके बाद अगले 1 लाख यूनिट्स का एक्सपोर्ट सिर्फ 2 साल में पूरा हुआ. इस दौरान होंडा ने Elevate (जापान में WR-V) को जापान, साउथ अमेरिका और कैरेबियन देशों में उतारा.
कौन सी कारें हैं सबसे पॉपुलर?
होंडा सिटी और एलीवेट कंपनी के एक्सपोर्ट वॉल्यूम का 78% हिस्सा देती हैं. बाकी 22% ब्रिओ, अमेज, जैज, BR-V, मोबिलो, सिटी e:HEV, एकॉर्ड और CR-V से आता है.
किन देशों में सबसे ज्यादा बिक्री?
होंडा का सबसे बड़ा मार्केट जापान है, जहां से इसका 30% शेयर आता है. साउथ अफ्रीका और SADC देशों में 26%, मैक्सिको में 19%, तुर्की में 16% और बाकी 9% हिस्सा मिडल ईस्ट, SAARC, कैरेबियन और साउथ अमेरिका से आता है.
33 देशों तक भारतीय कारों की पहुंच
आज होंडा की मेड-इन-इंडिया कारें 33 देशों की सड़कों पर दौड़ रही हैं. यह न केवल भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री की ताकत है बल्कि वैश्विक बाजार में भारत की मजबूत छवि का प्रतीक भी है.
होंडा का बयान
होंडा कार्स इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट कुनाल बहर ने कहा कि यह उपलब्धि हमारे कर्मचारियों की मेहनत और मजबूत उत्पादन क्षमता का नतीजा है. कंपनी आगे भी मेक-इन-इंडिया पहल के तहत घरेलू और विदेशी बाजार में अपना दबदबा बनाए रखेगी.
मेक-इन-इंडिया का ग्लोबल असर
होंडा की यह उपलब्धि इस बात का सबूत है कि भारत अब सिर्फ घरेलू बाजार तक सीमित नहीं है, बल्कि दुनिया भर के उपभोक्ताओं की पहली पसंद बन रहा है.
आने वाले सालों की रणनीति
कंपनी का लक्ष्य आने वाले वर्षों में और अधिक नए मार्केट्स में अपनी मौजूदगी दर्ज कराना है. इससे न सिर्फ होंडा को बल्कि भारतीय ऑटो सेक्टर को भी मजबूती मिलेगी.