Genesis Cars: भारत में लग्जरी कार सेगमेंट लंबे समय से कुछ ही ब्रांडों तक सीमित रहा है. जर्मन तिकड़ी मर्सिडीज-बेंज, BMW और ऑडी के अलावा स्वीडिश वोल्वो, इतालवी मसेरती, ब्रिटिश जगुआर और लैंड रोवर यहां बाजार में सक्रिय हैं.
अब हुंडई मोटर समूह का हिस्सा, दक्षिण कोरियाई ब्रांड जेनेसिस इस प्रतिस्पर्धा में कूदने जा रहा है, जो न केवल डिजाइन और तकनीक में बल्कि कीमत और लोकल असेंबली में भी ग्राहकों को आकर्षित करने की योजना बना रहा है.
जेनेसिस ब्रांड को दक्षिण कोरिया से आने वाली लग्जरी कारों के लिए जाना जाता है. हुंडई ने स्पष्ट किया है कि भारत में लॉन्च होने वाली कारें CKD किट के जरिए असेंबल होंगी. इसका मतलब यह है कि कार के अलग-अलग पार्ट्स देश में आएंगे और यहां असेंबल किए जाएंगे, जिससे कीमत में स्थिरता और किफायती विकल्प सुनिश्चित होंगे. यह कदम जेनेसिस को भारतीय बाजार में अन्य विदेशी ब्रांडों के मुकाबले मजबूत स्थिति देगा.
जेनेसिस के ग्लोबल पोर्टफोलियो में G70, G80 और G90 सेडान, GV70 और GV80 ICE SUVs, GV60 EV और GV70 EV जैसे मॉडल शामिल हैं. भारत में शुरुआती लॉन्च में GV80 SUV की संभावना है, जिसे कई मौकों पर देखा गया है. इसके अलावा, हुंडई ने GV80 कूपे का ट्रेडमार्क भी भारत में कराया है. कंपनी भारतीय ग्राहकों को 'एलिवेटेड लग्जरी' का अनुभव देने का वादा कर रही है, जिसमें डिजाइन, तकनीक और परफॉर्मेंस का संतुलन शामिल होगा.
भारतीय लग्जरी कार सेगमेंट में मर्सिडीज-बेंज, BMW और ऑडी जैसी जर्मन तिकड़ी के अलावा वोल्वो, जगुआर और लैंड रोवर जैसी ब्रांडें पहले से मजबूत हैं. जेनेसिस के प्रवेश से यह प्रतिस्पर्धा और बढ़ जाएगी. लोकल असेंबली और उचित कीमत की रणनीति के कारण जेनेसिस भारतीय ग्राहकों के लिए अधिक आकर्षक विकल्प साबित हो सकता है.
जेनेसिस इंडिया का लॉन्च हुंडई की वैश्विक विस्तार रणनीति का हिस्सा है. कंपनी अगले कुछ वर्षों में और भी मॉडल्स भारत में लाने की योजना बना सकती है. स्थानीय असेंबली और सप्लाई चेन को मजबूत करने के साथ, जेनेसिस भारतीय बाजार में लंबे समय तक टिकने और लग्जरी कार प्रेमियों का ध्यान आकर्षित करने की योजना बना रही है.