दिल्ली में सफर अब और होगा आरामदायक, साल के अंत तक चलने लगेंगी 4000 नई इलेक्ट्रिक बसें

दिल्ली को इलेक्ट्रिक बसें मिलने वाली हैं वो भी 4,000. इलेक्ट्रिक बसें इस साल के अंत तक मिल जाएंगी. दिल्ली के परिवहन एवं स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह इसका वादा किया है. वो कहते हैं कि प्रदूषण हमारी सरकार का मुख्य मुद्दा है और सभी विभाग मिलकर इससे निपटने के लिए कदम से कदम मिला कर चल रही है.

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Reepu Kumari

दिल्ली के परिवहन एवं स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह ने शुक्रवार को वादा किया कि इस साल के अंत तक शहर में 4000 से अधिक इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जाएंगी तथा आने वाले महीनों में मधुमेह के प्रबंधन के लिए योग आधारित योजना पेश की जाएगी. उन्होंने अपने कार्यकाल के 100 दिन पूरे होने पर आईएएनएस से कहा, 'प्रदूषण हमारी सरकार का मुख्य मुद्दा है और सभी विभाग मिलकर इससे निपटने के लिए कदम उठा रहे हैं. परिवहन विभाग में हम पुरानी सीएनजी बसों को इलेक्ट्रिक वाहनों से बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'

वो कहते है कि इससे  प्रदूषण और कनेक्टिविटी के मामले में जनता को बड़ी राहत मिलेगी, यहां तक ​​कि भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में भी. लोगों को भीड़ से राहत मिलेगी तो मौसम कैसा भी रहे वो आराम से सफर कर पाएंगे. 

सरकार के पहले 100 दिन

उन्होंने सरकार के पहले 100 दिनों में स्वास्थ्य विभाग की उपलब्धियों में बुजुर्गों के लिए प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई), आयुष्मान मंदिर, आयुष्मान कार्ड जैसी स्वास्थ्य योजनाओं के कार्यान्वयन और दवा आपूर्ति में अनियमितताओं पर रोक लगाने पर प्रकाश डाला.

उन्होंने कहा, 'आयुष्मान योजना, जिसका लाभ लोगों तक बहुत पहले पहुंच जाना चाहिए था, उसे अरविंद केजरीवाल की सरकार ने रोक दिया था. हमने घर-घर जाकर कार्ड उपलब्ध कराए हैं और लाभार्थियों का नामांकन किया है.' उन्होंने कहा कि दोनों योजनाओं के तहत लगभग 2.31 लाख लाभार्थियों को स्वास्थ्य कार्ड जारी किए गए हैं.

मंत्री ने पिछली आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर जमीनी स्तर पर लोगों की सेवा करने के बजाय प्रचार में लिप्त रहने का आरोप लगाया.

उन्होंने कहा, 'हमें पिछली सरकार के कामकाज में कुछ भी सकारात्मक नहीं मिला. पेयजल, सड़क, प्रदूषण, यमुना-सफाई, परिवहन, अस्पताल दवा आपूर्ति से संबंधित लगभग हर चीज में घोटाले हुए हैं.' उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के तहत, शहर के सभी प्रमुख अस्पतालों का कामकाज सिर्फ पांच चिकित्सा अधीक्षक चला रहे थे.

आप सरकार और उसके विधायकों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'उन्होंने काम नहीं किया और केवल दोषारोपण में लगे रहे. हमने जो वादे किए थे, उन्हें पूरा करने पर हमारा ध्यान केंद्रित है.'

मधुमेह को लोगों को प्रभावित करने वाली एक आम बीमारी बताते हुए उन्होंने कहा, "हम 'योग के साथ मधुमेह-प्लस' नामक एक नई योजना पर काम कर रहे हैं. बहुत जल्द, हम जनता के साथ जानकारी साझा करेंगे," उन्होंने कहा, स्वास्थ्य विभाग मुफ्त डायलिसिस केंद्रों के सुचारू संचालन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.