Lal Kitab Ke Upay: बुध ग्रह को बुद्धि, संवाद और तर्क का कारक माना गया है. बुध की स्थिति कमजोर होने पर आपको कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लाल किताब में बुध को हरा ग्रह माना गया है. माना जाता है कि बुध के खराब असर देने पर आपको कई प्रकार के रोग हो सकते हैं.
ज्योतिष में ग्रहों का अशुभ प्रभाव कई प्रकार की बीमारियों और समस्याओं को जन्म देता है. कुंडली में इन ग्रहों के अशुभ स्थिति में होने पर इनकी शांति के लिए कई अनुष्ठानों को किया जाता है. अगर आपकी कुंडली में बुध अशुभ स्थिति में है तो आपको इन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
बुध के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को गुप्त रोग होने की संभावना बनी रहती है. इसके साथ ही जातक के नाखून, पाचन शक्ति और बाल कमजोर हो जाते हैं. इसके साथ ही व्यक्ति के सूंघने की शक्ति कमजोर हो जाती है. बुध के अशुभ प्रभाव से दांत कमजोर हो जाते हैं. इसके साथ ही मित्रों से भी आपके संबंध खराब होने लगते हैं. नौकरी छूट जाने की संभावना लगातार बनी रहती है और बोलने में भी तुतलापन आ जाता है. ऐसे व्यक्ति को व्यर्थ की बदनामी का सामना करना पड़ता है.
बुध के अशुभ प्रभाव से बचने लाल किताब में कुछ उपायों को बताया गया है. जिन लोगों का भी बुध कमजोर है, उनको भगवान गणेश और माता दुर्गा की अराधना करनी चाहिए. इसके साथ ही गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए. बुधवार के दिन साबुत हरी मूंग का दान करना काफी शुभ होता है. काले कुत्ते को इमरती खिलाने से भी बुध ग्रह मजबूत होता है.
कन्याओं को भोजन कराने बुध ग्रह का अशुभ प्रभाव कम होता है. बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए आप किन्नरों को साड़ी दे सकते हैं. इसके साथ ही उड़द दाल का सेवन और दान करने से भी बुध का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है. लाल किताब के अनुसार गाय को रोटी खिलाने और ओम बुं बुधाय नमः मंत्र का 108 बार जाप करना है.