8.8 तीव्रता वाले भूंकप से कांप उठे रूस,अमेरिका और जापान, बाबा वेंगा की अगली भविष्यवाणी और भी भयानक, खत्म हो जाएगी दुनिया

बाबा वेंगा का जन्म 1911 में हुआ था और उन्होंने कई बड़ी घटनाओं की भविष्यवाणी की थी जैसे 9/11 हमला, राजकुमारी डायना की मौत और चीन का उदय. उन्हें आंखों से देखना नहीं आता था, लेकिन लोग मानते हैं कि उन्हें भविष्य दिखता था.

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Reepu Kumari

Baba Vanga Predictions: मंगलवार रात रूस में आए 8.8 तीव्रता वाले जबरदस्त भूकंप ने पूरी दुनिया का ध्यान खींच लिया. झटकों की गूंज सिर्फ रूस तक सीमित नहीं रही, बल्कि जापान और अमेरिका में भी हलचल देखने को मिली. जापान में तो सुनामी अलर्ट तक जारी कर दिया गया. इसके साथ ही फिर से चर्चा में आ गई हैं ‘बाल्कन की नास्त्रेदमस’ कही जाने वाली बाबा वेंगा की डरावनी भविष्यवाणियां.

बाबा वेंगा की माने तो 2025 में बड़ी प्राकृतिक आपदाएं और विनाश होने वाला है. अब जब रूस और जापान में भूकंप और सुनामी की चेतावनी सामने आई है, तो लोगों के मन में डर बैठ गया है कि कहीं ये दुनिया खत्म होने की शुरुआत तो नहीं?

कौन थीं बाबा वेंगा और क्यों हैं इतनी चर्चित?

बाबा वेंगा का जन्म 1911 में हुआ था और उन्होंने कई बड़ी घटनाओं की भविष्यवाणी की थी जैसे 9/11 हमला, राजकुमारी डायना की मौत और चीन का उदय. उन्हें आंखों से देखना नहीं आता था, लेकिन लोग मानते हैं कि उन्हें भविष्य दिखता था. उनके दावों में कई बार सच्चाई भी नजर आई, जिससे उनकी बातों को लोग गंभीरता से लेने लगे.

2025 से 5079 तक की खौफनाक भविष्यवाणियां

बाबा वेंगा ने 2025 को लेकर चेताया था कि इस साल एक विनाशकारी भूकंप आएगा और मानवता की मुश्किलें बढ़ेंगी. अब जब म्यांमार और रूस में शक्तिशाली भूकंप आए हैं, तो कई लोग इसे उनकी भविष्यवाणी से जोड़कर देख रहे हैं. न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार, वेंगा की अन्य भविष्यवाणियों में यूरोप में युद्ध और वैश्विक आर्थिक संकट शामिल है.

आगे के वर्षों के लिए भी उन्होंने कई खतरनाक दावे

  • 2028: इंसान शुक्र ग्रह की ओर बढ़ेगा.
  • 2076: दुनिया भर में साम्यवाद फैलेगा.
  • 2130: एलियंस से होगा संपर्क.
  • 3797: पृथ्वी रहने लायक नहीं रहेगी.
  • 5079: पूरी दुनिया का अंत हो जाएगा.

क्या हमें डरना चाहिए या सीखना?

बाबा वेंगा की बातों से डरना जरूरी नहीं, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है. भूकंप जैसी आपदाओं से निपटने के लिए हमें तैयारी रखनी चाहिए. भविष्य की बात कोई नहीं जानता, लेकिन प्रकृति के संकेतों को नजरअंदाज करना भी सही नहीं.