बासी आटे की रोटी खाने से रातोंरात हो जाएंगे कंगाल? कितना बड़ा अपशगुन है जान लेंगे तो खाना कर देंगे बंद!

आज के डॉक्टर भी यही कहते हैं वैज्ञानिक दृष्टि से भी रात का आटा 8-10 घंटे बाद बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगते हैं. पेट में गैस, एसिडिटी और अपच की शिकायत हो सकती है. खासकर डायबिटीज और थायरॉइड के मरीजों को बिल्कुल नहीं खाना चाहिए.

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हमारी रसोई को हिंदू धर्म में मंदिर से कम नहीं माना जाता है. कहा जाता है कि यहां मां अन्नपूर्णा खुद विराजती हैं. इसलिए खाना बनाने के हर नियम का पालन करना जरूरी है. इनमें सबसे बड़ा नियम है – कभी भी रात का गुंथा हुआ आटा सुबह इस्तेमाल न करें. पुराने समय के ग्रंथ गरुड़ पुराण, धर्मसिंधु और ज्योतिष शास्त्र इसे साफ-साफ वर्जित बताते हैं.

रात का आटा क्यों बन जाता है तामसिक?

रात में गूंथा आटा सुबह तक नमी सोख लेता है और उसमें हल्का खमीर (फर्मेंटेशन) शुरू हो जाता है. शास्त्रों में इसे तामसिक भोजन कहा गया है. ऐसा भोजन खाने से शरीर में भारीपन, सुस्ती, चिड़चिड़ापन, गुस्सा और नकारात्मक विचार बढ़ते हैं. मन अशांत रहता है और दिन भर आलस्य बना रहता है. 

ज्योतिष में रोटी का गहरा संबंध 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार:ताज़ी गर्म रोटी सूर्य और मंगल ग्रह से जुड़ी है.

सूर्य = जीवन शक्ति, आत्मविश्वास, तेज

मंगल = ऊर्जा, साहस, कर्मठता

इसलिए ताजी रोटी खाने से दिन भर जोश और पॉजिटिव एनर्जी रहती है. लेकिन बासी आटा राहु का प्रतीक बन जाता है.

राहु = भ्रम, अस्थिरता, मानसिक तनाव, नकारात्मकता

इसलिए बासी रोटी खाने से घर में क्लेश, धन हानि और स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं.

हमारे पूर्वज क्या कहते थे?

रात का बचा आटा सुबह फेंक देना चाहिए या गाय को खिला देना चाहिए.

सुबह नहा-धोकर, सूर्य को जल देकर ही नया आटा गूंथें.

रोटी हमेशा दाहिने हाथ से बेलें और तवे पर पहले ऊपर की साइड रखें – इससे सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है.

पहली रोटी गाय को, आखिरी रोटी कुत्ते को देना शुभ माना जाता है.

आज के डॉक्टर भी यही कहते हैं वैज्ञानिक दृष्टि से भी रात का आटा 8-10 घंटे बाद बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगते हैं. पेट में गैस, एसिडिटी और अपच की शिकायत हो सकती है. खासकर डायबिटीज और थायरॉइड के मरीजों को बिल्कुल नहीं खाना चाहिए. ताज़ी रोटी खाने की आदत डालें – शरीर भी स्वस्थ रहेगा, घर में सुख-शांति भी बढ़ेगी.

मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद चाहिए तो रसोई के इन छोटे-छोटे नियमों का पालन जरूर करें. एक ताज़ी रोटी न सिर्फ पेट भरती है, बल्कि पूरे दिन का भाग्य भी संवारती है.