साल सन 1748 में नादिरशाह की मौत होने के बाद अहमद शाह अब्दाली अफगानिस्तान का शासक और दुर्रानी साम्राज्य का संस्थापक बना था.
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सिपाही में हुई थी भर्ती
अहमद शाह अब्दाली की नादिरशाह के सेना में एक सिपाही के रूप में हुई थी. लेकिन अपने युद्ध कला के दम पर नादिरशाह को खुश किया और वहां का मुख्य नायक बन गया.
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किसने बनाया था शाह
अब्दाली को अफगान कबीलों की पारंपरिक पंचायत जिरगा ने शाह बनाया था जिसकी बैठक पश्तूनों के गढ़ कंधार में हुई थी
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कब तक किया शासन
अहमद शाह अब्दाली को अहमद शाह दुर्रानी के नाम से जाना जाता है. अहमद शाह ने 25 साल तक शासन किया था.
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खिताब से नवाजा गया
एक सूफी संत ने अहमदशाह की काबिलियत देखकर से दुर-ए-दुर्रान खिताब से नवाजा था. इसका मतलब मोतियों का मोती होता है.
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अफगानिस्तान का हीरो
इसके बाद अहमदशाह ने धीरे-धीरे अफगान कबीलों के बीच आपसी रंजिश दूर करके उनके एकजुट करने का फैसला किया. जिसके बाद उसने अफगान देश की नींव रखी और अफगानिस्तान का हीरो बन गया.
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हिन्दुस्तान पर हमला
अफगानिस्तान के कई इलाके हासिल करने के बाद अहमदशाह ने हिंदुस्तान पर हमला करने की योजना बनाई थी.
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पांच बार किया हमला
अहमदशाह ने भी बाबर की तरह भारत पर पांच बार हमला किया था. उसके बाद वह अपनी आखिरी कोशिश में सफल हो गया और पानीपत की जंग जीत गया.
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लाहौर पर किया कब्जा
इसके बाद अहमदशाह अब्दाली लाहौर पर कब्जा करने के बाद उसकी हिम्मत और बढ़ गई थी.