क्या है ग्रे रॉकिंग टेक्निक जो हैं डिप्रेशन से निपटने का 'रामबाण' उपाय


Reepu Kumari
2025/09/25 14:59:51 IST

ग्रे रॉकिंग क्या है?

    ग्रे रॉकिंग एक तकनीक है जिसमें व्यक्ति जानबूझकर अपनी प्रतिक्रिया को बेहद नीरस और सामान्य बना देता है. इसका मकसद है सामने वाले का ध्यान हटाना ताकि वह और ड्रामा या विवाद खड़ा न कर सके.

Credit: Pinterest

क्यों किया जाता है ग्रे रॉकिंग?

    यह तरीका खासतौर पर तब अपनाया जाता है जब किसी विषैले व्यक्ति (toxic person) या नकारात्मक रिश्ते से सीधे टकराना मुश्किल हो. ग्रे रॉकिंग से आप खुद को अनचाही बहस से बचा सकते हैं.

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कब अपनाना चाहिए यह तकनीक?

    अगर कोई बार-बार आपको भावनात्मक रूप से परेशान करता है, झगड़ा करता है या आपके रिएक्शन से ताकत लेता है, तो उस वक्त ग्रे रॉकिंग सबसे असरदार साबित हो सकती है.

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यह कैसे काम करता है?

    ग्रे रॉकिंग में बातचीत छोटी, बिना भावनाओं वाली और औपचारिक रखी जाती है. उदाहरण के लिए हाँ, ठीक है, पता नहीं जैसे जवाब देना. इससे सामने वाले को रुचि नहीं मिलती.

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इसके फायदे क्या हैं?

    इस तकनीक से मानसिक शांति बनी रहती है, बेकार की बहसों से बचाव होता है और आप धीरे-धीरे उस रिश्ते से भावनात्मक दूरी बना सकते हैं.

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ग्रे रॉकिंग के नुकसान

    अगर लंबे समय तक इसे अपनाया जाए तो यह आपकी पर्सनालिटी को दबा सकता है और सामने वाले को शक भी हो सकता है कि आप जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं.

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किन रिश्तों में उपयोगी है?

    यह तकनीक ज़्यादातर टॉक्सिक दोस्ती, रिश्तेदारी या दफ्तर में किसी सहकर्मी के साथ तब मददगार होती है जब सीधे बातचीत खत्म करना संभव न हो.

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क्या ग्रे रॉकिंग स्थायी समाधान है?

    नहीं, यह सिर्फ़ एक अस्थायी उपाय है. लंबे समय में आपको उस रिश्ते या व्यक्ति से दूरी बनाने का फैसला करना ही बेहतर होता है.

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विशेषज्ञ क्या कहते हैं?

    मनोवैज्ञानिकों के अनुसार, ग्रे रॉकिंग आत्म-सुरक्षा का एक असरदार तरीका है, लेकिन इसे संयम और सही परिस्थिति में ही अपनाना चाहिए.

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