नहाय-खाय पर बिना प्याज-लहसुन की लौकी की सब्जी कैसे बनाएं?
Reepu Kumari
2025/10/24 12:02:53 IST
नहाय-खाय का महत्व
छठ पूजा का पहला दिन नहाय-खाय श्रद्धालुओं के लिए शुद्धता और सात्विकता का प्रतीक है. इस दिन स्नान और पवित्र भोजन का सेवन करने से शरीर और मन दोनों शुद्ध होते हैं.
Credit: Pinterestलौकी की विशेषता
लौकी हल्की और सुपाच्य होती है. इसे भोजन में शामिल करने से शरीर को आराम मिलता है और व्रत रखने वालों का मन शांत रहता है.
Credit: Geminiचने की दाल का महत्व
चना दाल प्रोटीन का अच्छा स्रोत है और इसे सात्विक भोजन के रूप में माना जाता है. नहाय-खाय में इसका उपयोग स्वास्थ्य और ऊर्जा बनाए रखने के लिए जरूरी है.
Credit: Pinterestसात्विक मसाले और तेल
इस दिन भोजन में प्याज-लहसुन का उपयोग नहीं होता. सेंधा नमक, हल्दी, हींग, हरी मिर्च और घी या सरसों तेल से खाना बनाया जाता है.
Credit: Geminiसामग्री तैयार करना
नहाय-खाय वाली लौकी चना दाल की सब्जी बनाने के लिए पहले चना दाल भिगोकर रखें और लौकी काटकर तैयार रखें.
Credit: Geminiतड़का लगाना
कड़ाही में घी या सरसों तेल डालकर जीरा और हींग का तड़का लगाएँ. हरी मिर्च डालें और हल्दी पाउडर मिलाएँ.
Credit: Geminiसब्जी पकाना
अब कटे हुए लौकी और भिगोई चना दाल डालें. सेंधा नमक मिलाकर कुछ देर भूनें और फिर थोड़ा पानी डालकर ढककर पकाएँ.
Credit: Geminiपरोसने की विधि
नहाय-खाय के दिन इस सात्विक लौकी चना दाल की सब्जी को भात या अरवा चावल के साथ परोसें. यह शरीर को हल्का रखती है और व्रत का आनंद बढ़ाती है.
Credit: GeminiDisclaimer
यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. theindiadaily.com इन मान्यताओं और जानकारियों की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह ले लें.
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