मालदीव विवाद में 'भारत के साथ' आया जानी दुश्मन
Shubhank Agnihotri
2024/01/08 22:03:42 IST
कट्टर दुश्मन का साथ
भारत और मालदीव कंट्रोवर्सी के बीच देश के सबसे कट्टर दुश्मन का साथ मिला है.
Credit: Pexels मालदीव के रवैये का विरोध
भारत से आर-पार लड़ाई की मांग करने वाला पाकिस्तान ने मालदीव के रवैये का विरोध किया है.
Credit: Pexels मालदीव को खरी-खोटी
प्रधानमंत्री मोदी के अपमान के बाद पड़ोसी देश के नागरिकों ने मालदीव को खरी-खोटी सुनाई है.
माललदीव के मंत्रियों की निंदा
पाक के बड़े पत्रकारों, सोशल मीडिया इन्फ्लूएंशर सहित तमाम लोगों ने पीएम मोदी के ऊपर मालदीव के मंत्रियों की टिप्पणी की निंदा की है.
भारत की शक्ति
मुल्क के वरिष्ठ पत्रकार कमर चीमा ने भी मालदीव को नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि मालदीव को मुद्दों के ऊपर बात करनी चाहिए थी न कि व्यक्ति विशेष को निशाना बनाना था. चीमा ने आगे कहा कि यह भारत की शक्ति का ही नतीजा है कि मालदीव को अपने मंत्रियों को बर्खास्त करना पड़ गया.
मालदीव को नजरअंदाज
पाक मामलों के जानकार साजिद तरार ने कहा कि भारत को मालदीव को नजरअंदाज करना चाहिए. उन्होंने मुइज्जू के उस बयान की भी आलोचना की है जिसमें भारतीय सेना वापस बुलाने की मांग की गई थी.
मोदी का मास्टरस्ट्रोक
पाक की एक अन्य पत्रकार आलिया शाह ने भी मोदी के लक्षद्वीप दौरे की सराहना की. उन्होंने कहा कि मोदी का पड़ोसी को बैकफुट पर लाने के लिए यह तगड़ा मास्टरस्ट्रोक है.
प्रशंसा के स्वर अहम
भारत के पड़ोसी और जानी दुश्मन देश पाकिस्तान में इस तरह के प्रशंसा के स्वर बेहद अहम हैं.