India Daily Webstory

किसने बनाई पहली छाता? इस्तेमाल करने वाले का उड़ा मजाक


Reepu Kumari
Reepu Kumari
2025/07/23 13:01:17 IST
कहां बना था दुनिया का पहला छाता?

कहां बना था दुनिया का पहला छाता?

    छाते का पहला इस्तेमाल करीब 4,000 साल पहले प्राचीन चीन में हुआ था. यह सिर्फ बारिश नहीं बल्कि धूप से बचने और रुतबे का प्रतीक भी था.

India Daily
Credit: Pinterest
शुरुआत में कैसा था छाते का डिजाइन?

शुरुआत में कैसा था छाते का डिज़ाइन?

    प्राचीन छाते भारी, सजावटी और रेशम, तेल लगे कागज, चमड़े और बांस से बने होते थे. इन्हें सिर्फ खास लोग ही इस्तेमाल करते थे.

India Daily
Credit: Pinterest
शाही प्रतीक क्यों बना था छाता?

शाही प्रतीक क्यों बना था छाता?

    राजा-महाराजा छाते को अपनी शान का हिस्सा मानते थे. जितना बड़ा और भारी छाता, उतनी बड़ी शान समझी जाती थी.

India Daily
Credit: Pinterest
कैसे फैला छाता दुनिया भर में?

कैसे फैला छाता दुनिया भर में?

    चीन से छाते का चलन भारत, पर्शिया, ग्रीस और रोम तक पहुंचा. हर जगह इसे ऊंचे वर्ग के प्रतीक के रूप में अपनाया गया.

India Daily
Credit: Pinterest
जोनास हैनवे: जिसने बदली सोच

जोनास हैनवे: जिसने बदली सोच

    18वीं सदी में लंदन के जोनास हैनवे ने पहली बार बारिश से बचने के लिए छाते का उपयोग किया. शुरुआत में लोग उनका मजाक उड़ाते थे.

India Daily
Credit: Pinterest
कब से हुआ बारिश में छाते का इस्तेमाल?

कब से हुआ बारिश में छाते का इस्तेमाल?

    जोनास के प्रयासों से धीरे-धीरे बारिश में छाता चलन में आया. अब यह सिर्फ महिलाओं तक सीमित नहीं रहा, पुरुषों ने भी इसे अपनाया.

India Daily
Credit: Pinterest
छाते के नाम का मतलब क्या है?

छाते के नाम का मतलब क्या है?

    'Umbrella' शब्द लैटिन के 'umbra' से आया है, जिसका मतलब होता है 'छाया'. यानी छाता, जो आपको सूरज या बारिश से छाया देता है.

India Daily
Credit: Pinterest
आज का मॉडर्न छाता: हल्का, फोल्डेबल और स्मार्ट

आज का मॉडर्न छाता: हल्का, फोल्डेबल और स्मार्ट

    अब छाते हल्के, पोर्टेबल और वाटरप्रूफ मटीरियल से बनने लगे हैं. कुछ तो स्मार्ट टेक्नोलॉजी वाले भी हैं, जो हवा में भी टिके रहते हैं.

India Daily
Credit: Pinterest
 यूरोप में छाते का पहला रूप कैसा था?

यूरोप में छाते का पहला रूप कैसा था?

    यूरोप में छाते को शुरुआत में सिर्फ धूप से बचने के लिए महिलाएं इस्तेमाल करती थीं. पुरुषों द्वारा इसका इस्तेमाल नहीं होता था.

India Daily
Credit: Pinterest
More Stories