क्या है क्लाउड सीडिंग जिससे दिल्ली में होगी कृत्रिम बारिश
Sagar Bhardwaj
2023/11/14 16:00:10 IST
लोग स्मॉग की मोटी चादर तले जहरीली सांस लेने को मजबूर हैं.
ऐसे में दिल्ली सरकार क्लाउड सीडिंग पर विचार कर रही है
क्लाउड सीडिंग से कृत्रिम बारिश कराई जाती है ताकि प्रदूषण का स्तर कम हो सके.
क्लाउड सीडिंग बादलों में मौजूद नमी में वाष्पीकरण की प्रक्रिया को तेज कर देती है जिससे बारिश होने लगती है.
इस प्रक्रिया में बादलों में सिल्वर आयोडाइड और क्लोराइड जैसे लवणों (नमक) का स्प्रे किया जाता है.
स्प्रे में मौजूद लवणों के महीन कण आइस न्यूक्लियेटिंग पार्टिकल की तरह काम करते हैं.
इससे बर्फ के क्रिस्टल बादल बनने लगते हैं. इसके बाद बादल में मौजूद नमी बर्फ के क्रिस्टल को घेर लेती है और इन्हें वाष्पीकृत कर बारिश में बदल देती है.
हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि क्लाउड सीडिंग से इतने बादल नहीं बन पाएंगे कि पूरी दिल्ली कवर हो सके. कुछ ही किमी को कवर करना बेहतर होगा.
कृत्रिम बारिश के लिए सुप्रीम कोर्ट और अलग-अलग केंद्रीय मंत्रालयों की मंजूरी भी लेगी होगी.