Kasturba Gandhi: जेल, संघर्ष और स्वतंत्रता की अनकही कहानी
Anvi Shukla
2025/04/11 09:42:44 IST
जन्म और बचपन
कस्तूरबा गांधी का जन्म 11 अप्रैल 1869 को पोरबंदर में हुआ था. उनका बचपन साधारण लेकिन संस्कारी परिवार में बीता.
Credit: social mediaशादी और परिवार
उनकी शादी महात्मा गांधी से 1882 में हुई, जब दोनों की उम्र मात्र 13 साल थी. यह विवाह दो मित्र परिवारों के बीच हुआ.
Credit: social media‘बा’ कैसे बनीं?
कस्तूरबा गांधी की ममतामयी और शांत स्वभाव के कारण लोग उन्हें प्यार से ‘बा’ कहने लगे, जो आज भी उन्हें इसी नाम से जानते हैं.
Credit: social mediaस्वतंत्रता संग्राम में भूमिका
कस्तूरबा ने महात्मा गांधी के साथ मिलकर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया और कई बार जेल भी गईं. वे आंदोलन की अग्रणी महिला थीं.
Credit: social mediaमहिलाओं को सशक्त किया
कस्तूरबा ने महिलाओं को शिक्षा और आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित किया. वे समाज में महिलाओं की आवाज बनीं.
Credit: social mediaजात-पात के खिलाफ आवाज
उन्होंने जातिवाद और छुआछूत जैसी कुरीतियों का विरोध किया और गांधीजी के सामाजिक विचारों को मजबूत किया.
Credit: social mediaजेल में संघर्ष
भारत छोड़ो आंदोलन के समय वे गांधीजी के साथ पुणे के आगा खान पैलेस में नजरबंद थीं, वहीं पर उनकी तबीयत बिगड़ी.
Credit: social mediaबलिदान और मृत्यु
22 फरवरी 1944 को कस्तूरबा गांधी का निधन हुआ. वे आज़ादी की लड़ाई में अपने योगदान के लिए हमेशा याद की जाएंगी.
Credit: social mediaआज क्यों याद करें 'बा' को?
कस्तूरबा गांधी आज की पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा हैं. उनका जीवन हमें सिखाता है कि सेवा और सच्चाई से बड़ा कोई धर्म नहीं.
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