आर्मी इंफ्रेंट्री स्कूल 2 हफ्ते बढ़ेगी ट्रेनिंग, दी जाएगी खास ड्रोन ट्रेनिंग
Princy Sharma
2025/04/22 09:13:39 IST
ट्रेनिंग का समय बढ़ेगा
सेना के इन्फैंट्री स्कूल में जवानों को दी जाने वाली ट्रेनिंग का समय अब 2-3 हफ्ते तक बढ़ सकता है.
Credit: Pinterest ड्रोन ऑपरेशन की ट्रेनिंग
ट्रेनिंग पीरियड बढ़ाने का मकसद ये है कि अलग-अलग तरह के ड्रोन्स की ज्यादा प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जा सके.
Credit: Pinterest क्या सिखाया जाता है?
फिलहाल ट्रेनिंग में हथियार चलाना, फायरिंग, और टेक्टिकल स्किल्स जैसे विषय शामिल हैं. अब इसमें ड्रोन ट्रेनिंग भी जोड़ी जा रही है.
Credit: Pinterest कौन-कौन से ड्रोन सेना में हैं?
सेना में FPV ड्रोन, सर्विलांस कॉप्टर, नैनो ड्रोन, मिनी UAV, लॉजिस्टिक ड्रोन, स्वॉर्म ड्रोन जैसे कई हाईटेक ड्रोन्स शामिल किए गए हैं.
Credit: Pinterest FPV ड्रोन क्या है?
FPV (First Person View) ड्रोन से सैनिक हेडसेट के जरिए लाइव इमेज देख सकते हैं. ये तेज रफ्तार और हमलों के लिए बेहद उपयोगी होता है.
Credit: Pinterest स्वॉर्म ड्रोन की खासियत
कई ड्रोन्स मिलकर एक झुंड (स्वॉर्म) बनाते हैं, जिसमें एक मेन ड्रोन बाकी ड्रोन्स को कंट्रोल करता है.
Credit: Pinterest OEM से मिलती है स्पेशल ट्रेनिंग
जब भी कोई नया उपकरण सेना में शामिल होता है, उसकी ट्रेनिंग उसके निर्माता (OEM) द्वारा दी जाती है.
Credit: Pinterest कोर्स में बदलाव
सभी ट्रेनिंग कोर्स के सिलेबस में ड्रोन से जुड़ी जानकारी को जोड़ा गया है और जरूरत के अनुसार अपडेट किया गया है.
Credit: Pinterest हर स्कूल में मिलेंगे ड्रोन
सभी ट्रेनिंग इंस्टिट्यूशन्स में पर्याप्त संख्या में ड्रोन्स की व्यवस्था की जा रही है ताकि ट्रेनिंग प्रभावी हो.
Credit: Pinterest