इतिहास का दूसरा सबसे गर्म मार्च बना 2025, यूरोप सबसे ज्यादा प्रभावित
Ritu Sharma
2025/04/08 15:53:29 IST
कोपरनिकस की रिपोर्ट में खुलासा
यूरोपीय संघ की जलवायु एजेंसी कोपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस ने बताया कि मार्च 2025 रिकॉर्ड पर दूसरा सबसे गर्म महीना रहा.
Credit: Social Mediaग्लोबल तापमान में ऐतिहासिक उछाल
मार्च 2025 का औसत वैश्विक सतही तापमान 14.06°C रहा, जो पूर्व-औद्योगिक युग से 1.60°C ज्यादा और 1991-2020 औसत से 0.65°C अधिक था.
Credit: Social Mediaयूरोप में अब तक का सबसे गर्म मार्च
यूरोपीय भूमि का औसत तापमान 6.03°C रहा, जो कि 1991-2020 के मार्च औसत से 2.41°C ज्यादा है.
Credit: Social Mediaआर्कटिक सागर में बर्फ पिघलने का नया रिकॉर्ड
मार्च 2025 में आर्कटिक समुद्री बर्फ अपने 47 वर्षों के सबसे निम्न स्तर पर पहुंच गई, जो सामान्य से 6% कम है.
Credit: Social Mediaअंटार्कटिक बर्फ में भी गिरावट
अंटार्कटिक में समुद्री बर्फ का विस्तार औसत से 24% कम दर्ज किया गया, जो मार्च में चौथा सबसे कम स्तर है.
Credit: Social Mediaमौसम में अजीब बदलाव
कुछ क्षेत्रों में रिकॉर्ड बारिश हुई तो कुछ ने 47 वर्षों में सबसे सूखा मार्च देखा. सामंथा बर्गेस ने इसे 'मौसम का नया चेहरा' बताया.
Credit: Social MediaENSO न्यूट्रल स्थिति में बदलाव की संभावना
NOAA के अनुसार, अल नीनो समाप्त हो रहा है और ला नीना की शुरुआत हो सकती है, जो जलवायु में बड़े बदलाव ला सकती है.
Credit: Social Mediaपेरिस समझौते के लक्ष्य के बेहद करीब
कोपरनिकस के अनुसार, मौजूदा रुझान जारी रहे तो 2030 तक वैश्विक तापमान 1.5°C को पार कर सकता है.
Credit: Social Mediaजलवायु परिवर्तन की चेतावनी
WMO ने चेताया कि ENSO जैसी प्राकृतिक घटनाएं मानव जनित जलवायु संकट की वजह से और भी खतरनाक हो गई हैं.
Credit: Social Media1.5°C लक्ष्य के आसपास मंडराता संकट
WMO विशेषज्ञों ने कहा कि हम 1.5°C लक्ष्य को पार करने से महज 1°C दूर हैं और हालिया तेजी चिंताजनक है.
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