ABS का मतलब होता है Anti-lock Braking System. यह एक सेफ्टी फीचर है जो ब्रेकिंग के दौरान पहियों को लॉक होने से रोकता है, जिससे गाड़ी फिसलने से बचती है और कंट्रोल बना रहता है.
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2. कैसे काम करता है ABS सिस्टम
जब कोई राइडर अचानक ब्रेक लगाता है तो ABS सेंसर यह पहचान लेते हैं कि पहिए लॉक हो रहे हैं या नहीं. यदि पहिए लॉक होने लगें, तो सिस्टम तुरंत ब्रेक प्रेशर को कंट्रोल करता है और बार-बार हल्के-हल्के ब्रेक लगाकर वाहन को स्थिर रूप से रोकता है.
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3. गाड़ी को फिसलने से रोकता है
ABS की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह टायर को स्किड यानी फिसलने से बचाता है. गीली या रेतीली सड़कों पर यह फीचर बेहद कारगर साबित होता है.
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4. पैनिक ब्रेकिंग में मददगार
कई बार किसी आपात स्थिति में राइडर अचानक पूरी ताकत से ब्रेक दबा देता है. ऐसे में ABS ब्रेकिंग सिस्टम को मॉड्युलेट करता है जिससे वाहन संतुलन न खोए.
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5. सड़क पर नियंत्रण बनाए रखता है
ABS वाहन को ब्रेक लगाने के बावजूद दिशा में नियंत्रण बनाए रखने में मदद करता है. इससे बाइक मुड़ते वक्त या तीव्र ब्रेकिंग के समय फिसलती नहीं.
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6. लंबी दूरी पर ब्रेकिंग होती है लेकिन सुरक्षित होती है
ABS ब्रेकिंग दूरी को थोड़ा बढ़ा देता है लेकिन यह दूरी पूरी तरह नियंत्रित और सुरक्षित होती है. यानी अचानक ब्रेक लगाकर भी दुर्घटना की संभावना कम हो जाती है.
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7. डिस्क ब्रेक के साथ होता है ज्यादा असरदार_
ABS तकनीक डिस्क ब्रेक के साथ ज्यादा प्रभावी होती है. ये दोनों मिलकर ब्रेकिंग को तेज, नियंत्रित और सुरक्षित बनाते हैं.
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8. भारतीय सड़कों के लिए जरूरी फीचर
भारत में सड़कें हर तरह की होती हैं – कभी गड्ढेदार, कभी गीली तो कभी धूल-भरी. ऐसे में ABS बाइक या स्कूटर को स्थिर और सुरक्षित रखता है.
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9. सरकार ने भी किया अनिवार्य
2019 से भारत सरकार ने 125cc से ऊपर के सभी दोपहिया वाहनों में ABS को अनिवार्य कर दिया है. इससे सड़क हादसों में कमी आने की उम्मीद की जा रही है.