गन्ने के बिना क्यों अधूरी मानी जाती है लक्ष्मी पूजा, यहां जानें


Babli Rautela
2025/10/19 13:53:00 IST

दिवाली का पावन पर्व

    सनातन धर्म में कार्तिक अमावस्या को मनाई जाने वाली दिवाली माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा का विशेष अवसर है, जो सौभाग्य और समृद्धि लाता है.

Credit: Pinterest

गन्ने का महत्व

    गन्ना धन और समृद्धि का प्रतीक है. मान्यता है कि मां लक्ष्मी को गन्ना प्रिय है, और इसकी पूजा से घर में उनकी कृपा बरसती है.

Credit: Pinterest

शुभता और सकारात्मकता

    गन्ना शुभता का प्रतीक माना जाता है. इसे पूजा में शामिल करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और शांति बनी रहती है.

Credit: Pinterest

दो गन्नों का विधान

    दिवाली की पूजा में दो गन्नों का उपयोग अत्यंत शुभ है. इनसे मां लक्ष्मी का अभिषेक और भोग तैयार किया जाता है.

Credit: Pinterest

गजलक्ष्मी का संबंध

    मां लक्ष्मी के गजलक्ष्मी स्वरूप से गन्ने का गहरा नाता है, क्योंकि हाथी को गन्ना अत्यंत प्रिय है, जो समृद्धि का संदेश देता है.

Credit: Pinterest

भोग की परंपरा

    दिवाली की रात गन्ने का भोग लगाकर इसे परिवार के सबसे छोटे सदस्य को देना सौभाग्यवर्धक माना जाता है.

Credit: Pinterest

धन-धान्य की प्राप्ति

    गन्ने की पूजा से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे घर में धन, समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है.

Credit: Pinterest

पारिवारिक एकता का प्रतीक

    गन्ने को पूजा के बाद परिवार में बांटने की परंपरा एकता और सौहार्द को बढ़ावा देती है, जो त्योहार को और खास बनाती है.

Credit: Pinterest

सांस्कृतिक और धार्मिक गहराई

    गन्ने की पूजा सनातन परंपराओं का अभिन्न हिस्सा है, जो आध्यात्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों को जीवंत रखती है.

Credit: Pinterest
More Stories