एक पोस्ट के लिए 3 लाख लेती हैं काव्या कर्नाटक, फिर क्यों ठुकरा दिया अंबानी का 3.6 लाख का ऑफर? जवाब आ गया

Kavya Karnataka: जानी मानी कंटेंट क्रिएटर काव्या कर्नाटक ने लिंक्डइन पर पोस्ट करके बताया है कि उन्हें अंबानी की PR से एक ऑफर मिला था. ये ऑफर उससे कहीं बड़ा था जितनी फीस वह चार्ज करती हैं. उन्होंने कहा, "मेरा काम ये बताना था कि आखिर अनंत अंबानी की शादी से भारत की अर्थव्यवस्था को कैसे फायदा होगा."

@kavyakarnatac
India Daily Live

Kavya Karnataka: हाल ही में मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी की शादी हुई. उनकी शादी में देश-विदेश के बड़े-बड़े लोगों ने शिरकत की. इस शादी को लेकर बहुत से लोगों ने बड़ी-बड़ी बातें सोशल मीडिया पर की. इसे लेकर कंटेंट क्रिएटर सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर काव्या कर्नाटक को भी ऑफर दिया गया. उन्होंने लिंक्डइन पर पोस्ट करके बताया कि आखिर क्यों उन्होंने अंबानी के 3.6 लाख की डील को ठुकरा दिया. काव्य एक पोस्ट करने के लिए 3 लाख रुपये लेती हैं लेकिन उन्होंने बताया कि अंबानी की उन्हें अंबानी के PR एक्टिवेशन के लिए 3.6 लाख रुपये ऑफर किए गए थे.

काव्य कर्नाटक ने आगे बताया कि उनका टास्क था इस बात पर चर्चा करना कि अनंत अंबानी की शादी से भारतीय अर्थव्यवस्था को किस तरह बढ़ावा मिलेगा. काव्या कर्नाटक केके क्रिएट की फाउंडर हैं. उनके यूट्यूब पर 1.5 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं.  उनका मिशन  भारतीय संस्कृतियों को एक साथ लाना है. उनके वीडियोज पर लाखों में व्यूज आते हैं.   

इस लिए काव्या कर्नाटक ने ठुकाराय अंबानी का ऑफर

काव्य कर्नाटक ने बताया कि यह ऑफर मैं जितना चार्ज करती हूं (लगभग 3 लाख ) उससे कहीं ज्यादा था. मेरे माता-पिता ने भी मुझसे इस ऑफर को स्वीकार करने को कहा था. लेकिन मैंने इस ऑफर को रिजेक्ट करने का फैसला किया.

उन्होंने अंबानी परिवार के ऑफर को ठुकराने के पीछे कई कारण बताया. काव्या कर्नाटक ने बताया कि  मैं एक ही कहानी को बढ़ावा देने वाली भीड़ का हिस्सा नहीं बनना चाहता थी. शोर में खो जाना आसान है. मैं अपने कंटेंट के मूल्य को बनाए रखने में विश्वास रखती हूं. अंबानी परिवार के ऑफर को एक्सेप्ट करना मेरी ब्रांड वैल्यू को कम कर देता.

कॉर्पोरेट दिग्गज को बढ़ावा देना बेईमानी

काव्या ने आगे बताया कि जब जियो ने अपने रिचार्ज के दाम बढ़ा दिए हैं ऐसे समय में अंबानी जैसे कॉर्पोरेट दिग्गज को बढ़ावा देना बेईमानी जैसा लगता है. भरोसा नाजुक होता है और लगातार ईमानदारी के जरिए समय के साथ बनता है.    

काव्या कर्नाटक ने आगे बताया कि ऐसे देश में जहां जाति, वर्ग, लिंग और धर्म के कारण अक्सर शादियाँ रद्द कर दी जाती हैं, इन मानदंडों के अनुरूप एक हाई-प्रोफाइल शादी को बढ़ावा देना मेरे मूल्यों के अनुरूप नहीं था. एक शिक्षक और निर्माता के रूप में, इस तरह के आयोजन को बढ़ावा देना भ्रामक हो सकता है.

उन्होंने आगे लिखा कि ऑफर को न करना मेरे लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. सौभाग्य से, मैं अपने करियर के उस पड़ाव पर हूँ जहाँ मैं ये विकल्प चुन सकती हूं कि हर कोई नकार नहीं सकता या नकारना चाहिए - यह व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर डिपेंड करता है.