सोशल मीडिया पर वायरल हुई PM Modi की लिखी 41 साल पुरानी कविता, पढ़िए क्या लिखा था
PM Modi Poem Viral: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लिखी दशकों पुरानी लिखी एक कविता सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इस कविता में पीएम मोदी ने आदिवासियों के संघर्ष को दर्शाने की कोशिश की थी.
PM Modi Poem Viral: प्रधानमंत्री इस समय सोशल मीडिया पर अपनी लेखनी को लेकर छाए हुए हैं. उन्होंने गुजरात के आदिवासियों की दुर्दशा को कलमबद्ध करके कविता का रूप दिया था. वहीं कविता आज सोशल मीडिया पर तहलका मचा रही है. पीएम ने आज से 41 साल पहले यह दुख भरी कविता लिखी थी.
प्रधानमंत्री मोदी की इस कविता का टाइटल 'मारुति की प्राण प्रतिष्ठा' था. उन्होंने कविता के जरिए आदिवासियों की आवाज उठाने की कोशिश की थी.
1983 में लिखी थी कविता
उनकी द्वारा लिखी गई कविता के अंश को सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा शेयर किया जा रहा है. पीएम मोदी की इस कविता ने साल 1983 में जन्म लिया था. इस कविता के कुछ हिस्से को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर मोदी आर्काइव नाम के एक्स हैंडल से साझा किया गया है.
ये रही पीएम मोदी की कविता
जब पीएम मोदी ने इस कविता को लिखा था, उस समय वो आरएसएस के स्वयंसेवक थे. वह दक्षिण गुजरात के धरमपुत्र क्षेत्र में हनुमान जी के एक मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में पहुंचे थे. उन्हें उस प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का निमंत्रण मिला था. हनुमान मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में भाग लेने जा रहे पीएम मोदी की नजर रास्ते में धरमपुर के आदिवासियों पर पड़ी थी. उनकी हालत बहुत ही दयनीय थी.
ऐसा दृश्य पीएम ने उस समय अपने जीवन में पहली दफा देखा था. वो आदिवासियों के दुख से बहुत ही विचलति हुए थे. उन्होंने आदिवासियों के दुख, दर्द, संघर्ष को कविता में पिरो दिया.