दुनिया में एक से बढ़कर एक चमत्कारी और हैरतअंगेज मंदिर मौजूद है. पटना के अगमकुआं में स्थित माता का मंदिर अपने आप में कई रहस्यों को समेटे हुए हैं. पुजारियों की माने तो शीतला माता को चेचक का प्रतीक माना जाता है. इनकी पूजा करके व इनके नीर से लेप करने से शरीर की गर्मी खत्म हो जाती है और कई तरह से भी शांति मिलती है.
स्थानीय लोगों के साथ-साथ धार्मिक जानकारों की मानें तो मंदिर का ऐतिहासिक पक्ष तो मजबूत है ही, धार्मिक दृष्टिकोण से भी इस मंदिर का उतना ही ज्यादा महत्व है. शीतला मंदिर में एक ऐतिहासिक कुआं है. लोगों की माने तो शीतला माता की विधिवत पूजा-पाठ से चेचक जैसी बीमारी भी दूर हो जाती है. पंडित मनोज श्रीमाली बताते हैं कि शीतला माता की पूजा करने के लिए भक्त इसी कुएं के जल का इस्तेमाल करते हैं.
मान्यता है कि इस कुएं के जल के इस्तेमाल से चिकन पॉक्स, चेचक और मिजिल्स जैसी बीमारी दूर हो जाती हैं. लोग यह भी दावा करते हैं कि इसके अलावा इस कुएं का जल चमत्कारिक रूप से आंख की रोशनी बढ़ाने व निःसंतानता में भी उपयोगी है.कहा जाता है कि इस मंदिर का संबंध मौर्य काल के चक्रवर्ती सम्राट ओशक से है. हालांकि मंदिर के पुजारी मुन्ना मालाकार उन बातों के प्रमाणिक ना होने की बात कहते हैं