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क्या है लखपति दीदी योजना जिस पर फारूख अब्दुल्ला ने उठाए सवाल

Lakhpati Didi Yojana: एक फरवरी को जब भारत का अंतरिम बजट घोषित किया गया तो वित्त मंत्री ने लखपति दीदी योजना का ऐलान किया जिसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ी पहल भी माना जा रहा है.

Vineet Kumar
LIVETV

Lakhpati Didi Yojana: एक फरवरी को जब भारत का अंतरिम बजट घोषित किया गया तो वित्त मंत्री ने लखपति दीदी योजना का ऐलान किया जिसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ी पहल भी माना जा रहा है. हालांकि इस योजना के ऐलान के महज एक दिन बाद ही जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने निशाना साधते हुए इस योजना पर सवाल खड़े कर दिये हैं.

फारुख अब्दुल्ला ने योजना पर खड़े किए सवाल

फारूक अब्दुल्ला ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, 'अच्छी बात है कि इस योजना से महिलाएं लखपति बन जाएंगी और इंडिपेंडेंट बनेंगी. इससे घर में और बरक्कत होगी. हालांकि इसके बाद हम उम्मीद करेंगे कि उनका रुख नरम रहेगा, ऐसा न हो कि फिर शादियां टूट जाएं, ऐसा नहीं होना चाहिए क्योंकि आजकल ऐसा ही देखा जा रहा है. इस अंतरिम बजट में कुछ खास नहीं है, असली बजट तो जुलाई में आएगा. हम उम्मीद करते हैं कि लोगों को रोजगार मिले और महंगाई कम हो.'

फारूक अब्दुल्ला की यह चिंता कितनी सही है या नहीं ये तो वक्त बताएगा लेकिन हम समझने की कोशिश करेंगे कि आखिरकार ये योजना क्या है और कैसे ये महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा. इस आर्टिकल में हम इस योजना से मिलने वाले फायदों, इसके उद्देश्य और टारगेट पर चर्चा करेंगे.

आखिर क्या है लखपति दीदी योजना?

लखपति दीदी योजना सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी उन महिलाओं को टारगेट करती है, जिनकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये से कम है. इन महिलाओं को स्किल डवलेपमेंट ट्रेनिंग, फाइनेंशियल हेल्प, एंटरप्रेन्योरशिप हेल्प और डिजिटल फाइनेंस समावेश सहित विभिन्न प्रकार के समर्थन प्रदान किए जाते हैं. योजना का लक्ष्य तीन करोड़ महिलाओं को लखपति बनाना है, जिसका अर्थ है कि उन्हें सालाना एक लाख रुपये से अधिक की कमाई करने में सक्षम बनाना है.

क्या है लखपति दीदी योजना के उद्देश्य?

  • महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनकी आय बढ़ाना.
  • सेल्फ हेल्प ग्रुप को मजबूत बनाना और उनके प्रभाव को बढ़ाना.
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसर पैदा करना.
  • महिलाओं में एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना.
  • डिजिटल फाइनेंशियल समावेश को बढ़ावा देना और महिलाओं को फाइनेंशियल प्रणाली से जोड़ना.

आखिर क्या है लखपति दीदी योजना के फायदे?

स्किल डवलेपमेंट ट्रेनिंग: महिलाओं को विभिन्न व्यवसायों और स्किल्स में ट्रेनिंग प्रदान की जाती है, जिससे वे खुद का रोजगार शुरू कर सकें या रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त कर सकें.

फाइनेंशियल हेल्प: पात्र महिलाओं को 1-5 लाख रुपये तक की ब्याज मुक्त ऋण प्रदान किया जाता है, जिससे वे अपना व्यवसाय शुरू कर सकें या बढ़ा सकें.

एंटरप्रेन्योरशिप हेल्प: योजना के तहत महिलाओं को व्यवसाय योजना तैयार करने, मार्केटिंग और बिक्री में सहायता प्रदान की जाती है.

डिजिटल फाइनेंशियल इनक्लूजन: महिलाओं को डिजिटल भुगतान, मोबाइल बैंकिंग और अन्य फाइनेंशियल सर्विसेज के उपयोग के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.

बीमा सुरक्षा: महिलाओं को किफायती बीमा कवरेज प्रदान किया जाता है, जिससे उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ती है.

सरकार ने लखपति दीदी योजना से क्या लक्ष्य बनाए हैं?

  • तीन करोड़ महिलाओं को लखपति बनाना.
  • सेल्फ हेल्प ग्रुप की संख्या में वृद्धि करना.
  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं के योगदान को बढ़ाना.
  • महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार लाना.


लखपति दीदी योजना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इस योजना के सफल होने से न केवल महिलाओं की आय बढ़ेगी, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा और समाज में महिलाओं की स्थिति में सुधार होगा. हालांकि, इस योजना को सफल बनाने के लिए सरकार को महिलाओं को उचित मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करना होगा, साथ ही बाजार की मांग के अनुरूप स्किल डवलेपमेंट पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है.