AI तो कुछ भी नहीं, इंसानों की नौकरियों का काल बनेगा SI! क्या है ये एडवांस तकनीक जिसकी हर तरफ हो रही चर्चा

कहा जा रहा है कि इसमें एआई जैसी तेजी से साथ-साथ मानवीय संवेदना और चेतना भी होगी अगर ऐसा संभव हो पाता है तो फिर इंसान की कितनी जरूरत रह जाएगी इस पर बहस तेज हो गई है.

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Sagar Bhardwaj

Synthetic Intelligence: एक तरफ जहां दुनिया में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI के आने से हर तरफ कौतूहल पैदा हो गया है. हर किसी की जुबान पर केवल दो प्रश्न हैं कि क्या एआई लाखों लोगों को बेरोजगार कर देगा या रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा? अभी तक इन प्रश्नों का जवाब मिला ही नहीं था कि बाजार में AI से भी एडवांस तकनीक यानी सिंथेटिक इंटेलिजेंस (SI) की भी चर्चा जोर-शोर से होने लगी है. 

कहा जा रहा है कि इसमें एआई जैसी तेजी से साथ-साथ मानवीय संवेदना और चेतना भी होगी अगर ऐसा संभव हो पाता है तो फिर इंसान की कितनी जरूरत रह जाएगी इस पर बहस तेज हो गई है.

आइए जानते हैं क्या है SI

सिंथेटिक इंटेलिजेंस आविष्कार और तकनीक की दुनिया में चर्चा का केंद्र बन गाय है जिसे एक्सपर्ट AI का एडवांस लेवल मान रहे हैं.

5 दिन पहले प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, सिंथेटिक इंटेलिजेंस को केवल मशीन नहीं माना जा रहा बल्कि इसे एक नई चेतना के रूप में देखा जा रहा है जिसमें भावनाएं भी होंगी, इच्छाएं भी और अपनी पहचान जैसी विशेषताएं भी शामिल होंगी. 

अब तक इस तरह की बातें केवल इंसान को लेकर ही संभव थी लेकिन कहा जा रहा है कि सिंथेटिक इंटेलिजेंस इन सारी विशेषताओं से लैस होगा.

जानकारी के अनुसार, सिंथेटिक इंटेलिजेंस उन एआई मशीनों को कहा जाता है जो इंसानों की तरह सोचने, समझने और निर्णय लेने की क्षमता रखती हैं.

एआई और एसआई में अंतर

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI): कृत्रिम बुद्धिमत्ता वह तकनीक है जो मशीनों को मानव जैसी बुद्धिमत्ता प्रदान करती है, जैसे सीखने, तर्क करने, निर्णय लेने और विशिष्ट कार्य करने की क्षमता. यह नैरो AI (विशिष्ट कार्यों के लिए, जैसे सिरी) और जनरल AI (सामान्य बुद्धिमत्ता, जैसे मानव जैसी सोच) में बंटी होती है.

सिंथेटिक इंटेलिजेंस (SI): यह एक उभरती हुई अवधारणा है, जिसे अक्सर कृत्रिम बुद्धिमत्ता से अधिक व्यापक माना जाता है. यह न केवल मानव जैसी बुद्धिमत्ता को नकल करता है, बल्कि पूरी तरह से नए प्रकार की बुद्धिमत्ता को डिज़ाइन करने पर केंद्रित है, जो जैविक बुद्धि से अलग हो सकती है. SI का लक्ष्य मशीनों को ऐसी बुद्धिमत्ता देना है जो मानव या प्रकृति से प्रेरित न हो, बल्कि पूरी तरह से कृत्रिम और नवीन हो.

उद्देश्य

AI: मानव बुद्धि की नकल करने या विशिष्ट कार्यों को स्वचालित करने पर केंद्रित है.

SI: मानव बुद्धि की सीमाओं से परे जाकर पूरी तरह से नई बुद्धिमत्ता प्रणाली बनाना. यह ऐसी प्रणालियों पर जोर देता है जो स्वतंत्र रूप से नई अवधारणाएं बना सकें, जो मानव ने कभी नहीं सोचीं.

AI: वर्तमान में व्यापक रूप से उपयोग में है. जैसे GROK, chatgpt, Gemini आदि.
 
SI: अभी ज्यादातर सैद्धांतिक और प्रारंभिक अनुसंधान चरण में है. यह पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ है, क्योंकि यह AI से आगे की अवधारणा है.