How Google Got Its Name: क्या आपने कभी ये सोचने की कोशिश की है कि आप Google को Google क्यों कहते हैं? अगर नहीं पता है तो हम आपको आज इस बारे में बताते हैं. हालांकि, इसके पीछे कोई बहुत बड़ा लॉजिक नहीं है बल्कि एक गलती है. जी हां, Google का नाम गलती से रखा गया था. इसे सर्च इंजन को अपना नाम तब मिला जब इसके को-फाउंडर लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने अपने दोस्त सीन एंडरसन से एक नाम खोजने के लिए कहा और उन्होंने गलती से Googol के बजाय Google टाइप कर दिया.
1997 में, स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के दो छात्र, लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन एक सर्च इंजन पर काम कर रहे थए. दोनों ने सर्च इंजन को वेब के बैकलिंक्स को एनलाइज करने के लिए डिजाइन किया गया था जिससे वेब पेजेज का महत्व पता चल पाए. सबसे पहले इसका नाम Backrub रखा गया था. हालांकि, BackRub बहुत ज्यादा बैंडविड्थ ले रहा था, इसलिए फाउंडर्स ने दोबारा नाम पर विचार करना शुरू किया.
स्टैनफोर्ड के एक और छात्र सीन एंडरसन ने googolplex शब्द का इस्तेमाल किया.फिर इसे छोटा करने के लिए लैरी ने Googol नाम रखने को कहा. जब एंडरसन ने चेक किया कि Googol.com उपलब्ध है या नहीं तो उन्होंने Google.com टाइप कर दिया. इस नाम को काफी सराहा गया. इस तरह, 15 सितंबर, 1997 को, Google नाम आधिकारिक रूप से रजसिटर किया गया.
दिलचस्प बात यह है कि Google को Google नाम देने की इस दिलचस्प कहानी ने ने ही कंपनी Alphabet की नींव रखी. अल्फाबेट भाषा का प्रतिनिधित्व करने वाले अक्षरों को इक्ट्ठा करने का प्रतीक है. देखा जाए तो Google नाम इंटरनेट का ही दूसरा नाम बन चुका है जो सर्च इंजन की पहचान है.