सावधान! आपके एक क्लिक से बन जाएगा नकली क्रेडिट या डेबिट कार्ड, सारा पैसा हो जाएगा छुमतंर
Android Malware: आजकल हैकर्स लोगों का पैसा लूटने के लिए कई तरीके आजमा रहे हैं. इनमें से एक तरीका है उनके कार्ड को क्लोन कर उसे एटीएम में इस्तेमाल करने का. सिक्योरिटी रिसर्च फर्म ESET के अनुसार, एक ऐसा मैलवेयर है जो कार्ड का डाटा इक्ट्ठा करता है और इन्हें हैकर्स को भेज देता है. फिर हैकर्स इनका क्लोन बनाते हैं.
Android Malware: रिसर्चर्स ने एक नया एंड्रॉइड मैलवेयर ढूंढा है जो पेमेंट कार्ड डिटेल्स चुराने के लिए इंफेक्टेड स्मार्टफोन के नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) रीडर का इस्तेमाल करता है. सिक्योरिटी रिसर्च फर्म ESET के अनुसार, यह मैलवेयर, कार्ड का डाटा इक्ट्ठा करता है और इन्हें हैकर्स को भेज देता है. फिर हैकर्स इनका क्लोन बनाते हैं और इनका इस्तेमाल ATM या प्वाइंट ऑफ सेल टर्मिनल्स पर करते हैं. यह बेहद ही खतरनाक साबित हो रहा है क्योंकि इससे लोगों का अकाउंट तुरंत ही खाली किया जा सकता है.
रिसर्चर्स ने मैलवेयर का नाम NGate रखा है, जो NFC-इनेबल्ड डिवाइसेज का फायदा उठाने के लिए ओपन-सोर्स NFCGate टूल का इस्तेमाल करते हैं. YouTube पर इसके लिए एक वीडियो अपलोड किया गया है जिसमें सिक्योरिटी रिसर्चर लुकास स्टेफेंको ने दिखाया है कि एंड्रॉइड मैलवेयर कैसे काम करता है.
कितना खतरनाक है ये मैलवेयर:
वीडियो में बताया गया है कि, NGate मैलवेयर ऐप व्यक्ति के कार्ड से NFC डाटा को किसी हैक किए गए डिवाइस के जरिए हैकर्स के फोन पर भेजता है. इसके जरिए कार्ड का क्लोन बनाया जाता है और फिर इसका इस्तेमाल एटीएम से पैसे निकालने के लिए किया जा सकता है.
हैकर्स इस मैलवेयर को कैसे फैला रहे हैं:
रिसर्चर्स ने बताया कि इस तरह का फिशिंग स्कैम बैंक यूजर्स को टारगेट करता है. इसमें लोगों को एसएमएस के जरिए मैलिशियस लिंक भेजे जाते हैं. इस तरह के अटैक में एसएमएस को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि वो बैंक से आए हुए लगे. जैसे ही लोग इस लिंक पर क्लिक करते हैं और अपनी जानकारी डालते हैं, वैसे ही हैकर्स उनकी डिवाइस का एक्सेस छीन लेते हैं.
लोगों को धोखा देने के लिए हैकर्स खुद को बैंक अधिकारी बताते हैं और कहते हैं कि फिशिंग अटैक के चलते उनके अकाउंट्स के साथ छेड़छाड़ की गई है. फिर हैकर्स कहते हैं कि इस परेशानी से निकलने के लिए उन्हें NGate मैलवेयर डाउनलोड करना होगा. बता दें कि इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल सेंसिटिव बैंकिंग डिटेल्स चुराने और गलत तरह से लेनदेन के लिए किया जाता है. हैकर्स NGate का इस्तेमाल लिमिट बढ़ाने या पैसा ट्रांसफर करने के लिए कर सकते हैं.