यूपी में बड़ा फेरबदल, सीएम योगी ने किया 67 आईएएस अधिकारियों का प्रमोशन, चार प्रमुख सचिव, 19 बने सचिव

योगी सरकार ने प्रशासनिक ढांचे को मजबूत करने के लिए शुक्रवार को 67 IAS अधिकारियों को पदोन्नति दी है. चार अधिकारियों को प्रमुख सचिव, 19 को सचिव और कई अधिकारियों को चयन व वरिष्ठ वेतनमान प्रदान किए गए.

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Kuldeep Sharma

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य प्रशासन में बड़े फेरबदल की दिशा में कदम बढ़ाते हुए शुक्रवार को 67 आईएएस अधिकारियों को प्रमोशन देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया. इस पदोन्नति सूची में 2001, 2010, 2012, 2013 और 2022 बैच के अधिकारी शामिल हैं. 

चार वरिष्ठ अधिकारियों को प्रमुख सचिव बनाया गया है, जबकि कई को सचिव, चयन ग्रेड और वरिष्ठ टाइम स्केल प्रदान किए गए हैं. आदेश जारी होने के बाद अब संबंधित विभागों में जरूरी तबादलों की भी उम्मीद जताई जा रही है.

प्रमुख सचिव के पद पर चार वरिष्ठ अधिकारी

प्रदेश सरकार की नई पदोन्नति सूची में 2001 बैच के चार अधिकारियों- शशि भूषण लाल सुशील, अजय कुमार शुक्ला, अपर्णा यू और एसवीएस रंगाराव- को सुपर टाइम स्केल के साथ प्रमुख सचिव बनाया गया है. यह फैसला लंबे समय से प्रतीक्षित था और इसके लागू होने के बाद इन वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारियों में भी व्यापक परिवर्तन की संभावना है.

2010 बैच के 19 अधिकारी बने सचिव

पदोन्नति आदेश के अनुसार 2010 बैच के 19 आईएएस अधिकारियों को विशेष सचिव से सचिव पद पर प्रोन्नत किया गया है. अखंड प्रताप सिंह, कुमार प्रशांत, नेहा शर्मा, मोनिका रानी, शंभु कुमार और अन्य अधिकारियों को सुपर टाइम वेतनमान 1,44,200–2,18,200 दिया गया है. ये पदोन्नतियां आगामी 1 जनवरी 2026 से लागू होंगी, जिसके बाद राज्य के कई विभागों में जिम्मेदारी का पुनर्वितरण संभव है.

प्रोफार्मा पदोन्नति प्राप्त अधिकारी

इस बैच के के. बालाजी, आशुतोष निरंजन और सुजीत कुमार को सचिव पद पर प्रोफार्मा पदोन्नति दी गई है. इन्हें दो वर्षों के भीतर मिड-करियर ट्रेनिंग प्रोग्राम फेज-4 पूरा करना अनिवार्य होगा. इसी तरह नगेंद्र प्रताप, दिव्य प्रकाश गिरी, कृष्ण कुमार और सुधा वर्मा को भी सचिव पद पर पदोन्नति प्रदान की गई है, जिससे प्रशासनिक स्तर पर नई ऊर्जा शामिल होगी.

2013 बैच को चयन ग्रेड का लाभ

राज्य सरकार ने 2013 बैच के 30 आईएएस अधिकारियों को चयन ग्रेड दिया है. इनमें दिव्या मित्तल, प्रियंका निरंजन, सत्येंद्र कुमार, अपूर्वा दुबे, हर्षिता माथुर और कई अन्य अधिकारी शामिल हैं. इन्हें 1,23,100–2,15,900 वेतनमान मंजूर किया गया है. आदेश में उल्लेख है कि इन सभी अधिकारियों को तीन वर्षों के भीतर मिड-करियर ट्रेनिंग पूरी करनी होगी, जो उनके भविष्य के प्रशासनिक विकास के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

2022 बैच के अधिकारियों को सीनियर टाइम स्केल

सबसे नए 2022 बैच के 13 अधिकारियों को सीनियर टाइम स्केल दिया गया है. इसमें श्रुति शर्मा, गामिनी सिंगला, उत्कर्ष द्विवेदी, अभिनव जे जैन, दीक्षा जोशी सहित कई युवा अधिकारी शामिल हैं. शुरुआती स्तर पर यह पदोन्नति इनके करियर को गति देने के साथ प्रशासनिक दक्षता बढ़ाने में भी सहायक होगी. इन अधिकारियों से भविष्य में बेहतर नेतृत्व की उम्मीद जताई जा रही है.