तेज हवाओं में गिरा पुराना नीम का पेड़, बाइक पर बैठे युवक की दबकर मौत, सामने आया हादसे का रौंगटे खड़े कर देने वाला वीडियो

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में तेज हवाओं के चलते एक पुराना नीम का पेड़ गिर गया, जिसके नीचे दबकर 48 वर्षीय नीरज शर्मा की मौत हो गई. यह घटना सीसीटीवी में कैद हो गई और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हादसे के बाद परिवार और गांव में शोक की लहर है, जबकि ग्रामीणों ने प्रशासन से जर्जर पेड़ों को हटाने और मृतक परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की है.

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Kuldeep Sharma

बुलंदशहर जिले के खुर्जा-छतारी मार्ग पर गांव बान में बुधवार को हुई एक दर्दनाक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया. यहां अचानक चली तेज हवाओं से एक पुराना नीम का पेड़ सड़क किनारे खड़े युवक के ऊपर गिर गया. युवक की मौके पर ही जान चली गई. घटना न केवल स्थानीय लोगों के लिए सदमे का कारण बनी बल्कि सीसीटीवी में कैद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आम चर्चा का विषय बन गई है.

गांव बनैल निवासी 48 वर्षीय नीरज शर्मा पुत्र अजीत पाल शर्मा दिल्ली में सिक्योरिटी कंपनी में नौकरी करते थे. बुधवार को वे अपनी ननिहाल गांव सरभन्ना जाने के लिए निकले थे. इसी दौरान गांव बान में वे अपनी मां और मौसी का इंतजार कर रहे थे और सड़क किनारे बाइक पर बैठे थे. अचानक आई तेज हवाओं ने वहां खड़े नीम के पुराने पेड़ को गिरा दिया. पेड़ सीधे नीरज शर्मा पर गिरा और वे उसकी चपेट में आकर दब गए.

सीसीटीवी में कैद हुई घटना

इस घटना का पूरा वीडियो पास के सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया. वीडियो में साफ दिखाई देता है कि नीरज पेड़ के पास खड़े थे और अचानक एक तेज आवाज के साथ पेड़ गिर पड़ा. आसपास मौजूद लोग चीख-पुकार मचाते नजर आते हैं और तुरंत उन्हें बचाने की कोशिश करते हैं. लोगों ने किसी तरह पेड़ को हटाकर नीरज को बाहर निकाला और अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. शुक्रवार को यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया. 

गांव में छाया मातम

नीरज शर्मा की मौत से गांव में शोक की लहर दौड़ गई. परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र मणिकांत और नमन तथा एक पुत्री गुनगुन को छोड़ गए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में कई पुराने और जर्जर पेड़ खड़े हैं, जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं. लोगों ने प्रशासन से ऐसे पेड़ों को जल्द हटाने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके.

आर्थिक सहायता की मांग

स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मृतक परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की अपील की है. उनका कहना है कि नीरज परिवार के मुखिया थे और उनकी अचानक मौत से परिवार आर्थिक संकट में आ गया है. ग्रामीणों ने सरकार से आग्रह किया है कि पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और मदद दी जाए, ताकि वे अपने जीवन को फिर से संभाल सकें. यह हादसा चेतावनी है कि प्राकृतिक आपदाओं के समय जर्जर पेड़ किस तरह लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ सकते हैं.