एयर फोर्स के ALH हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी, खेत में कराई गई इमरजेंसी लैंडिंग
भारतीय वायुसेना (IAF) का एक एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) ध्रुव सोमवार को उत्तर प्रदेश के बरेली के पास एक खेत में इमरजेंसी लैंडिंग करने को मजबूर हो गया.
बरेली: भारतीय वायुसेना (IAF) का एक एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) ध्रुव सोमवार को उत्तर प्रदेश के बरेली के पास एक खेत में इमरजेंसी लैंडिंग करने को मजबूर हो गया. नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान हेलीकॉप्टर में तकनीकी गड़बड़ी का पता चलने पर पायलटों ने सतर्कता बरतते हुए सुरक्षित उतरने का फैसला लिया. वायुसेना के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि इस घटना में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ और रिकवरी टीम को तुरंत घटनास्थल भेज दिया गया है.
वायुसेना के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जारी बयान में कहा गया, “IAF का ALH हेलीकॉप्टर नियमित ट्रेनिंग मिशन के दौरान उड़ान में तकनीकी समस्या का सामना करने पर बरेली के निकट सावधानीपूर्वक इमरजेंसी लैंडिंग कर ली. पायलटों की त्वरित कार्रवाई से हेलीकॉप्टर सुरक्षित उतरा. जमीन पर कोई नुकसान या चोट की खबर नहीं है. रिकवरी टीम को रवाना कर दिया गया है.”
लोगों का लगा जमावड़ा
घटनास्थल पर पहुंचे ग्रामीणों ने हेलीकॉप्टर को खेत में उतरते देख लिया और मौके पर उमड़ पड़े. स्थानीय लोगों के अनुसार, हेलीकॉप्टर धीरे-धीरे नीचे आया और किसी तरह की आग या धमाके की स्थिति नहीं बनी. बरेली एयर फोर्स स्टेशन के करीब होने के कारण यह घटना और भी संवेदनशील हो गई. रक्षा जनसंपर्क अधिकारी शांतनु प्रताप ने पुष्टि की कि स्थिति नियंत्रण में है और जांच जारी है.
जनवरी दुर्घटना के बाद मई में मिली थी उड़ान की अनुमति
यह घटना तब हुई जब ALH ध्रुव को कुछ महीनों पहले ही पूर्ण संचालन की मंजूरी मिली थी. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा विकसित यह स्वदेशी हेलीकॉप्टर 5 जनवरी 2025 को गुजरात के पोरबंदर में भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के एक मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. उस हादसे में दो पायलटों और एक एयरक्रू डाइवर की मौत हो गई थी, जिसके बाद भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना और तटरक्षक बल की करीब 330 ALH मशीनों को ग्राउंड कर दिया गया था.
इस दुर्घटना के बाद HAL ने विस्तृत जांच शुरू की, जिसमें स्वाश प्लेट में फ्रैक्चर जैसी समस्याओं की पड़ताल की गई. लगभग चार महीने की ग्राउंडिंग के बाद मई 2025 में सभी ALH को फिर से उड़ान भरने की अनुमति दी गई. विशेषज्ञों का मानना है कि नमकीन वातावरण और रखरखाव संबंधी मुद्दों ने पिछली घटनाओं को प्रभावित किया था. HAL के चेयरमैन डीके सुनील ने फरवरी 2025 में एयरो इंडिया के दौरान कहा था कि डिजाइन में कोई बुनियादी खामी नहीं है, लेकिन ट्रेनिंग और मेंटेनेंस पर फोकस बढ़ाने की जरूरत है.