Jaipur Crime News: जयपुर में एक युवक को इंटरकास्ट लव मैरिज करने की ऐसी दर्दनाक कीमत चुकानी पड़ी कि सुनकर रूह कांप जाए. खुद उसकी पत्नी के भाइयों ने ही बेरहमी से उसका सिर कुचलकर हत्या कर दी. यह दिल दहला देने वाली घटना समाज में ऑनर किलिंग के बढ़ते मामलों को लेकर है. पुलिस ने इस जघन्य हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
दरअसल, 21 जून को जयपुर के जयसिंहपुरा खोर इलाके में दिनदहाड़े एक युवक की हत्या से हड़कंप मच गया था. सड़क किनारे झाड़ियों में खून से लथपथ शव देखकर इलाके में दहशत फैल गई. मृतक की पहचान गोविंद प्रजापत के रूप में हुई, जिसके सिर को बड़े पत्थरों से कुचला गया था. सूचना मिलते ही जयसिंहपुरा खोर थाना पुलिस मौके पर पहुंची. शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया गया और पुलिस ने तुरंत हत्याकांड की जांच शुरू कर दी.
जयसिंहपुरा खोर थानाधिकारी मुकेश मीणा ने बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने इस ऑनर किलिंग मामले में ओमप्रकाश सैनी, अजय सैनी और रंजीत सिंह को गिरफ्तार किया है. ये तीनों रिश्ते में मृतक गोविंद के साले हैं. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया. उन्होंने बताया कि गोविंद ने उनकी चाचा की लड़की पायल सैनी से प्रेम विवाह किया था, जिससे उनके परिवार वाले बेहद नाराज थे.
सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि बहन की इंटरकास्ट लव मैरिज के कारण भाइयों की शादी नहीं हो पा रही थी और समाज में बदनामी के डर से कोई भी रिश्ता नहीं आ रहा था. इसी खुन्नस और बदले की भावना में उन्होंने गोविंद को रास्ते से हटाने की ठान ली.
आरोपियों ने बताया कि 21 जून की सुबह करीब 11:30 बजे, जब गोविंद अपनी ड्यूटी पर जा रहा था, तभी तीनों ने उसे रास्ते में रोका. उन्होंने बड़े पत्थर से उसके सिर पर वार किया और तब तक वार करते रहे जब तक गोविंद का दम नहीं टूट गया. हत्या के बाद, आरोपियों की क्रूरता और बेफिक्री हैरान करने वाली है. आरोपी अजय और ओमप्रकाश ने शाहपुरा में एटीएम से पैसे निकाले, शॉपिंग की और नए कपड़े खरीदे. इतना ही नहीं, वे चित्तौड़गढ़ के सांवलिया सेठ मंदिर के दर्शन के लिए भी गए. जयपुर लौटते ही सिंधी कैंप बस अड्डे पर सादा वर्दी में मौजूद पुलिसकर्मियों ने दोनों को दबोच लिया. हत्याकांड की पूरी प्लानिंग करने वाला रणजीत सैन भी पुलिस की गिरफ्त में आ गया.
गोविंद प्रजापत पितालिया गांव में चाय की दुकान चलाता था, जहां उसकी मुलाकात पायल सैनी से हुई. पायल पढ़ने के लिए उसी रास्ते से आती-जाती थी और इसी दौरान दोनों में दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. जब उनके परिवारों ने इस रिश्ते को मंजूर नहीं किया, तो गोविंद और पायल ने कोर्ट मैरिज कर ली. शादी के बाद से ही पायल के परिजन इस लव मैरिज से नाखुश थे और लगातार गोविंद को जान से मारने की धमकी दे रहे थे.
धमकियों के बावजूद पायल ने गोविंद का साथ नहीं छोड़ा. दोनों ने मिलकर अपना नया जीवन शुरू किया और करीब डेढ़ साल पहले उनके घर में एक नन्ही बिटिया ने जन्म लिया. लेकिन अब उसी मासूम बिटिया के 'कंस मामाओं' ने समाज की कथित लोक-लाज के कारण उसके सिर से पिता का साया छीन लिया है. यह घटना एक बार फिर समाज में व्याप्त ऑनर किलिंग की मानसिकता और प्रेम विवाह करने वालों के प्रति नफरत को उजागर करती है.