उफनती नहर में कूदकर महिला कांस्टेबल ने बचाई जान, राजस्थान में ‘खाकी’ बनी मानवता की मिसाल
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में साल के आखिरी दिन एक अनोखा मंजर देखने को मिला है. एक महिला कांस्टेबल ने अदम्य साहस दिखाते हुए एक महिला की जान बचाकर पुलिस विभाग का मान बढ़ाया.
राजस्थान: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में साल के आखिरी दिन एक अनोखा मंजर देखने को मिला है. एक महिला कांस्टेबल ने अदम्य साहस दिखाते हुए एक महिला की जान बचाकर पुलिस विभाग का मान बढ़ाया. कोतवाली थाना क्षेत्र के बारीसियातलाई गांव में बुधवार सुबह मानसिक रूप से अस्वस्थ एक महिला ने उफनती नहर में छलांग लगा दी, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया. मौके पर लोगों की भीड जुट गई, लेकिन लोग सिर्फ देखते रहे. वहां कोई भी महिला को बचाने नहीं आया.
मौके पर पहुंचीं महिला कांस्टेबल
सूचना मिलते ही कालिका पेट्रोलिंग यूनिट-03 की महिला कांस्टेबल गंगा (बेल्ट नंबर 810) तत्काल सरकारी स्कूटी से मौके पर पहुंचीं. कुछ ही देर में कांस्टेबल दीपक लबाना और महिला कांस्टेबल चांदनी भी जाप्ते के साथ वहां पहुंच गए. मौके पर मौजूद लोग तमाशबीन बने रहे, जबकि कांस्टेबल गंगा ने बिना समय गंवाए नहर में उतरकर महिला को बचाने का प्रयास किया.
गहरे पानी की ओर बढ़ी महिला
इसी दौरान महिला गहरे पानी की ओर बढ़ने लगी. हालात की गंभीरता को देखते हुए कांस्टेबल गंगा ने अपनी जान की परवाह किए बिना तेज बहाव में छलांग लगा दी. नहर के बीच कुछ समय तक दोनों के बीच संघर्ष चलता रहा, लेकिन कांस्टेबल ने हिम्मत नहीं हारी. तेज बहाव के बावजूद कांस्टेबल दीपक और स्थानीय लोगों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद महिला को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया. इसके बाद उसे तत्काल एमजीएच अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है.
एसपी ने थपथपाई पीठ
रेस्क्यू के तुरंत बाद महिला को एमजीएच अस्पताल ले जाया गया, जहां अब वह पूरी तरह स्वस्थ है. पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने कांस्टेबल गंगा के अदम्य साहस की सराहना करते हुए कहा, 'गंगा ने अपनी जान की परवाह न करते हुए कर्तव्य के प्रति जो समर्पण दिखाया है, वह खाकी की गरिमा और मानवता की मिसाल है.' सोशल मीडिया पर अब 'लेडी सिंघम' गंगा डामोर की बहादुरी का वीडियो और तस्वीरें जमकर वायरल हो रही हैं.