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Punjab Flood 2025: पंजाब में बाढ़ का कहर, नदियां उफान पर, कई जिलों में स्कूल बंद और राहत कार्य तेज

माझा क्षेत्र, जिसमें गुरदासपुर, अमृतसर और तरनतारन जिले शामिल हैं, सबसे अधिक प्रभावित है. रावी और ब्यास नदियों के उफान से गांवों में पानी घुस गया है और फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं.

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Edited By: Reepu Kumari
Punjab Flood 2025
Courtesy: Pinterest

Punjab Flood 2025: पंजाब में बाढ़ का संकट गहराता जा रहा है. लगातार हो रही भारी बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी ने हालात और बिगाड़ दिए हैं. सतलुज, ब्यास और रावी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे कई जिलों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है. जालंधर, होशियारपुर, पठानकोट, गुरदासपुर और फाजिल्का समेत कई इलाकों में गांव जलमग्न हो गए हैं. जिला प्रशासन ने एहतियातन स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है. वहीं, हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है.

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने जालंधर में केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण केंद्र स्थापित किया है. बचाव कार्यों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमें भी जुटी हुई हैं. प्रभावित इलाकों में राहत शिविर बनाए गए हैं, जहां विस्थापित लोगों के लिए भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं की व्यवस्था की गई है.

माझा और अन्य क्षेत्र बाढ़ से सबसे प्रभावित

माझा क्षेत्र, जिसमें गुरदासपुर, अमृतसर और तरनतारन जिले शामिल हैं, सबसे अधिक प्रभावित है. रावी और ब्यास नदियों के उफान से गांवों में पानी घुस गया है और फसलें पूरी तरह बर्बाद हो चुकी हैं. पठानकोट जिले में एनडीआरएफ ने पानी में फंसे एक परिवार को सुरक्षित बाहर निकाला. वहीं, गुरदासपुर और फिरोजपुर में बांधों से छोड़े गए पानी ने खेतों को डुबो दिया है.

तरनतारन और फाजिल्का जिलों में भी बाढ़ का खतरा गहराता जा रहा है. मंत्री और अधिकारी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं और लोगों से नदी किनारों से दूर रहने की अपील कर रहे हैं. प्रशासन लगातार ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर भेज रहा है.

नुकसान और सरकारी कदम

हरिके हेडवर्क्स पर बढ़ते जलस्तर से हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो चुकी है. कई गांव पूरी तरह कटकर टापू बन गए हैं, जहां लोगों और पशुओं को नावों से निकाला जा रहा है. होशियारपुर में बारिश के कारण मकान की छत गिरने से एक महिला की मौत हो गई. पंजाब सरकार ने आश्वासन दिया है कि प्रभावित लोगों को मुआवजा दिया जाएगा और सभी जरूरी मदद उपलब्ध कराई जाएगी.

स्कूलों को बंद करने का आदेश

होशियारपुर जिला प्रशासन ने सोमवार को 26 और 27 अगस्त को सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया, जबकि पठानकोट, जालंधर और कपूरथला प्रशासन ने भारी वर्षा के पूर्वानुमान के मद्देनजर 26 अगस्त को सभी शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश की घोषणा की. फाजिल्का जिला प्रशासन ने बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर सतलुज नदी के किनारे स्थित 20 गांवों के स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है.