‘पाकिस्तान जिंदाबाद...’ का लगाया नारा, भीड़ ने शख्स को पीट-पीटकर मार डाला
यह घटना रविवार को दोपहर करीब 3 बजे 10 टीमों के क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान घटी. फिलहाल, पोस्टमार्टम में इंटरनल ब्लीडिंग और बार-बार वार के कारण मौत की पुष्टि हुई.
कर्नाटक के मंगलुरु में रविवार (27 अप्रैल) को एक लोकल क्रिकेट मैच के दौरान कथित तौर पर “पाकिस्तान जिंदाबाद” का नारा लगाने पर भीड़ ने एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस घटना में 10 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इस बीच कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़ित की मौत तुरंत नहीं हुई, बल्कि बाद में चोटों के कारण उसने दम तोड़ा.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्री ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया, “एक अज्ञात व्यक्ति की भीड़ द्वारा हत्या की खबर है. मुझे सूचना मिली कि स्थानीय क्रिकेट मैच के दौरान उसने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाया, जिसके बाद कुछ लोगों ने उसे पीटा. वह मौके पर नहीं मरा, बल्कि बाद में उसकी मौत हुई. मुझे अभी पूरी रिपोर्ट मिलना बाकी है. लगभग 10 से 12 लोग गिरफ्तार किए गए हैं और आगे की जांच-पड़ताल जारी है.
जानिए उस दिन क्या हुआ था?
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना रविवार दोपहर करीब 3 बजे एक क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान हुई, जिसमें 10 टीमें और 100 से अधिक खिलाड़ी शामिल थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पीड़ित और सचिन नामक व्यक्ति के बीच झड़प शुरू हुई, जो जल्द ही समूह हमले में बदल गई. कुछ लोगों ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन भीड़ के एक हिस्से ने पीड़ित को लाठियों और लातों से पीटना जारी रखा.
अब तक पुलिस ने क्या की कार्रवाई!
दरअसल, शाम 5:30 बजे पुलिस को सूचना मिली, जब पीड़ित का शव एक मंदिर के पास मिला, मंगलुरु पुलिस डीसीपी अनुपम अग्रवाल ने बताया कि शुरू में कोई बड़ी चोट नहीं दिखी, जिससे प्राकृतिक मौत का संदेह हुआ. मामला मंगलुरु ग्रामीण पुलिस स्टेशन को सौंपा गया. हालांकि, बाद में पता चला कि पीड़ित पर मैच के दौरान हमला हुआ था.
वेनलॉक जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम से पता चला कि पीड़ित की मौत पीठ पर बार-बार प्रहार से हुई इनटरनल ब्लीडिंग और सदमे के कारण हुई. उसकी टांगों, पीठ, नितंबों और जननांगों पर लकड़ी के लट्ठों से चोटें दर्ज की गईं.
पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने FIR की दर्ज
33 वर्षीय स्थानीय निवासी दीपक कुमार की शिकायत के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है, जिसमें 19 लोगों के नाम शामिल हैं. फिलहाल, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल डेटा की जांच-पड़ताल से अन्य संदिग्धों की पहचान की जाएगी.पुलिस आयुक्त ने कहा, “इसमें शामिल सभी लोगों को कठोरतम कानूनी परिणाम भुगतने होंगे.