New Year 2026

कर्नाटक में नए साल के जश्न पर अगर ज्यादा पी तो सरकार पहुंचाएगी घर, बनाए गए 15 रेस्ट सेंटर

कर्नाटक सरकार ने नए साल पर ज्यादा नशे में पाए जाने वालों को सुरक्षित ड्रॉप और रेस्ट सेंटर की सुविधा देने का फैसला किया है. ड्रिंक एंड ड्राइव पर सख्ती और भारी पुलिस तैनाती के साथ राज्य को अलर्ट पर रखा गया है.

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Km Jaya

बेंगलुरु: कर्नाटक सरकार ने नए साल की पूर्व संध्या पर सार्वजनिक सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक खास योजना की घोषणा की है. राज्य के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बताया कि जो लोग नए साल के जश्न के दौरान अत्यधिक नशे की हालत में पाए जाएंगे और चलने की स्थिति में नहीं होंगे, उन्हें सुरक्षित रूप से उनके घर तक पहुंचाया जाएगा. इसके लिए खास ड्रॉप सुविधा की व्यवस्था की गई है.

गृह मंत्री ने बताया कि राज्य में 15 स्थानों पर रेस्ट सेंटर बनाए गए हैं. इन केंद्रों पर उन लोगों को रखा जाएगा जो नशे के कारण बेहोशी या नियंत्रण खोने की स्थिति में होंगे. जब उनका नशा उतर जाएगा, तब उन्हें उनके घर भेजा जाएगा. यह सुविधा सभी के लिए नहीं होगी, बल्कि सिर्फ उन लोगों के लिए होगी जो गंभीर रूप से नशे में होंगे.

किन जगहों पर होतीं हैं सबसे ज्यादा घटनाएं?

परमेश्वर ने कहा कि सार्वजनिक नशे की घटनाएं सबसे ज्यादा बेंगलुरु, मैसूरु, हुबली, बेलगावी और मंगलुरु में देखने को मिलती हैं. इन शहरों में नए साल पर भारी भीड़ निकलती है, जिसमें बाहरी राज्यों से आने वाले लोग भी शामिल होते हैं. ऐसे में धक्का मुक्की, झगड़े और दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है.

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर क्या आए निर्देश?

महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार ने विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. गृह मंत्री ने कहा कि नशे की हालत में महिलाओं के साथ किसी भी तरह की अनहोनी हो सकती है, इसलिए पुलिस को अतिरिक्त सावधानी बरतने के आदेश दिए गए हैं. सभी 30 जिलों को अलर्ट पर रखा गया है.

क्या-क्या की गई है व्यवस्था?

ड्रिंक एंड ड्राइव मामलों पर भी सख्ती बरती जाएगी. पुलिस ने 160 ऐसे स्थान चिन्हित किए हैं जहां विशेष जांच की जाएगी. तय सीमा से अधिक शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी. पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरा पहनने और कमांड सेंटर से सीधे जुड़े रहने के निर्देश दिए गए हैं.

डी के शिवकुमार ने क्या बताया?

उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने भी बताया कि बेंगलुरु में 20 हजार से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष दस्ते लगाए गए हैं. आधुनिक तकनीक के जरिए भीड़ और ट्रैफिक पर नजर रखी जाएगी ताकि नया साल सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा सके.